झारखंड में बनि‍ए डॉक्‍टर, सरकार देगी वेतन से लेकर कई आकर्षक सुविधाएं

Be A Doctor in Jharkhand Health News सरकारी सेवा में कैसे बने रहें इसे लेकर चिकित्सकों व आम लोगों से राय ली जा रही है। वेतन सुविधाएं बढ़ाने के लिए नियुक्ति नियमावली में संशोधन किया जाएगा। बार-बार विज्ञापन के बाद भी सरकार को पर्याप्त संख्या में चिकित्सक नहीं मिलते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 12:33 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 09:44 AM (IST)
झारखंड में बनि‍ए डॉक्‍टर, सरकार देगी वेतन से लेकर कई आकर्षक सुविधाएं
Be A Doctor in Jharkhand, Health News वेतन, सुविधाएं बढ़ाने के लिए नियुक्ति नियमावली में संशोधन किया जाएगा।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में चिकित्सक कैसे सरकारी सेवा में आने के लिए प्रोत्साहित हों तथा कैसे सरकारी सेवा में बने रहें, इसके लिए चिकित्सकों के वेतन से लेकर अन्य सुविधाएं बढ़ाने की तैयारी है। राज्य सरकार इसे लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, प्रोन्नति एवं अन्य सेवा शर्त में संशोधन करेगी। इससे पहले, राज्य सरकार यह जानेगी कि आखिर चिकित्सक क्यों सरकारी सेवा में आना नहीं चाहते। विशेषज्ञ चिकित्सक कैसे सरकारी सेवा में आ सकें, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों एवं आम लोगों से सुझाव मांगे हैं।

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में राज्य सरकार को चिकित्सकों की भारी कमी का सामना करना पड़ा। अब संभावित तीसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार चिकित्सकों के रिक्त सभी पदों को भरना चाहती है। इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों के वेतनमान में बढ़ोत्तरी से लेकर उनकी सेवा, प्रोन्नति के अवसर आदि में सुधार करने की तैयारी है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने की जो अनिवार्य शर्तें रखी गई हैं, उनमें भी कुछ ढील दी जा सकती है।

ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों को अतिरिक्त इंशेंटिव भी देने पर विचार किया जा सकता है। इन सभी के लिए गैर शैक्षणिक विशेषज्ञ चिकित्सक नियुक्ति, प्रोन्नति एवं सेवा शर्त नियमावली-2015 में संशोधन किया जाएगा। बता दें कि राज्य सरकार द्वारा लगातार चार वर्षों में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा की गई विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति में बहुत कम चिकित्सक सरकारी सेवा में आ सके। इस कारण वर्तमान में विशेषज्ञ चिकित्सकों के स्वीकृत 1,012 पदों के विरुद्ध महज 134 विशेषज्ञ चिकित्सक अस्पतालों में कार्यरत हैं।

डेढ़ साल में 148 डॉक्टरों की नियुक्ति रद

राज्य सरकार ने पिछले डेढ़ साल में 148 चिकित्सकों की नियुक्ति उनके योगदान नहीं देने के कारण रद की। झारखंड लोक सेवा आयोग से अनुशंसित इन चिकित्सकों ने नियुक्ति के बाद भी योगदान नहीं दिया था। सबसे पहले, नवंबर-दिसंबर 2019 में 128 गैर शैक्षणिक विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति रद हुई। इन सभी की नियुक्ति झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2015, वर्ष 2017 तथा 2018 में हुई थी। राज्य सरकार ने 25 जून 2020 को मेडिकल कॉलेजों में नियुक्त किए गए 20 चिकित्सकों की नियुक्ति पिछले दिनों रद की। इन सभी चिकित्सकों ने भी नियुक्ति के बाद योगदान नहीं दिया था। इनसे बार-बार योगदान करने को कहा गया था, लेकिन चिकित्सकों ने योगदान नहीं दिया।

चिकित्सकों को मिल रही ये सुविधाएं

-चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति आयु सीमा 65 वर्ष कर दी गई है। वहीं, मेडिकल कॉलेजों में नियुक्ति शिक्षा संवर्ग के चिकित्सकों के लिए यह आयु सीमा 67 वर्ष है।

-विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति के साथ ही तीन से चार वेतनवृद्धि एक साथ दी जाती है। इसके तहत स्नातकोत्तर डिप्लोमाधारक चिकित्सकों को तीन तथा स्नातकोत्तर डिग्री धारक चिकित्सकों को चार वेतनवृद्धि नियुक्ति के साथ ही दी जाती है।

कब कितनी नियुक्ति, कितने हैं कार्यरत

वर्ष - नियुक्ति की अनुशंसा - योगदान दिया

2016 162 147

2017 116 98

2018 78 72

नोट : इनमें से कई चिकित्सकों ने योगदान देकर नौकरी छोड़ दी।

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