धुर्वा इलाके में अतिक्रमण हटाने का विरोध, एचईसी का उत्‍पादन बंद करने की धमकी

एचईसी प्रबंधन अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। इसके लिए जिला प्रशासन से अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की मांग की है। कंपनी के अभियान के खिलाफ बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने मोर्चा संभाल लिया है।

By Brajesh MishraEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 05:03 PM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 05:03 PM (IST)
धुर्वा इलाके में अतिक्रमण हटाने का विरोध, एचईसी का उत्‍पादन बंद करने की धमकी
एचईसी प्रबंधन अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर सक्रिय हो गया है।

 रांची,जासं। एचईसी प्रबंधन अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। इसके लिए जिला प्रशासन से अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की मांग की है। कंपनी के अभियान के खिलाफ बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने मोर्चा संभाल लिया है। अभियान शुरू होने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है। समिति का कहना है कि जिस तरह अप्रैल 2011 एचईसी कारखाना का उत्पादन पूरी तरीके से ठप कर दिया गया था। यदि फिर से बस्तियों को हटाने का प्रयास किया गया तो आने वाले दिनों में एचईसी का उत्पादन ठप कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में संत थॉमस स्कूल के निकट अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था। जिस कारण एचईसी के सुरक्षा बलों को वापस हटना पड़ा था। बस्ती बचाओ संघर्ष ने भी इसका विरोध किया था।

याद दिला रहे 2011 का आंदोलन

समिति का कहना है कि दो वर्ष से पूरी दुनिया व देश कोरोना की महामारी झेल रहे हैं। जिससे ना जाने कितने लोगों की असामयिक मृत्यु हो गई हैं। कितने लोग का रोजगार चला गया है।  ऐसे समय में लोगों को बेघर करने की मंशा किसी कीमत पर बर्दाश्‍त नहीं की जा सकती। समिति के सिद्धेश्वर सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में स्थिति अत्यंत दयनीय है। ऐसी स्थिति में यदि बस्तियों को उजाडऩे का प्रयास अगर प्रबंधन प्रशासन से मिलकर करता है, तो यह मानवता के खिलाफ होगा। यह एक तुगलकी फरमान है। जिसका समिति विरोध करती है। याद दिलाना चाहती है कि वर्ष 2011 में भी प्रबंधन ने इसी तरीके से बस्तियों को उजाडऩे का प्रयास किया था । जिसके खिलाफ में इस क्षेत्र की जनता एवं बस्ती वासियों ने जुझारू एवं जोरदार आंदोलन किया था । कंपनी को अपना कदम वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक बार और पुरानी कहानी दोहराई जाएगी।

chat bot
आपका साथी