रांची और देवघर सिविल कोर्ट में 6 मार्च तक फिजिकल सुनवाई पर रोक

Jharkhand News न्यायायुक्त ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि दो मार्च से छह मार्च तक सिर्फ वर्चुअल सुनवाई होगी। इसकी सूचना जिला बार संघ को भी दे दी गई है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:38 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:40 PM (IST)
रांची और देवघर सिविल कोर्ट में 6 मार्च तक फिजिकल सुनवाई पर रोक
Jharkhand News दो मार्च से छह मार्च तक सिर्फ वर्चुअल सुनवाई होगी।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News रांची सिविल कोर्ट के करीब एक दर्जन अधिवक्ताओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद दो मार्च से सिविल कोर्ट में फिजिकल सुनवाई बंद कर दी गई है। न्यायायुक्त ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि दो मार्च से छह मार्च तक सिर्फ वर्चुअल सुनवाई होगी। इसकी सूचना जिला बार संघ को भी दे दी गई है। सिविल कोर्ट के वकीलों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए फिलहाल फिजिकल सुनवाई पर रोक लगाई गई है। पिछले दिनों सिविल कोर्ट के करीब एक दर्जन वकील कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद एसोसिएशन ने बार भवन को बंद कर दिया है और उसे सैनिटाइज किया जा रहा है। देवघर सिविल कोर्ट में भी फिजिकल सुनवाई बंद कर सिर्फ वर्चुअल सुनवाई की जा रही है।

झारखंड हाई कोर्ट के जजों को लगा कोरोना वैक्सीन

झारखंड हाई कोर्ट के जजों सहित 26 लोगों को सोमवार को कोरोना का टीका लगाया गया। हाई कोर्ट के गेस्ट हाउस में सभी लोगों को कोरोना का वैक्सीन दिया गया, जो मंगलवार को भी जारी रहेगा। सोमवार को हाई कोर्ट के जस्टिस एस चंद्रशेखर, जस्टिस एके गुप्ता और जस्टिस दीपक रोशन ने कोरोना का टीका लिया। इस दौरान सेवानिवृत्त हुए जजों को भी कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। मंगलवार को हाई कोर्ट के जजों सहित वकीलों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।

दरअसल, झारखंड हाई कोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन की ओर से 60 साल से अधिक उम्र वाले अधिवक्ताओं को कोरोना वैक्सीन लगाने की मांग की गई थी। एसोसिएशन के महासचिव नवीन कुमार ने कहा कि वैसे सभी अधिवक्ताओं का आधार कार्ड मांगा गया है, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हैं। इनका रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा और कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। झारखंड हाई कोर्ट में 60 से ऊपर वाले लगभग 500 अधिवक्ता हैं।

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