Ayodhya Ram Mandir Donation: वनवासी चाहते सबसे सुंदर बने राम का धाम, राम मंदिर निर्माण में खुलकर दान दे रहा आदिवासी समाज

Ayodhya Ram Mandir Donation अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए झारखंड का आदिवासी-वनवासी समाज भी उत्साहित है। मंदिर निर्माण के लिए चल रहे निधि समर्पण अभियान में सहयोग के लिए जनजाति समाज के लोग भी बढ़-चढ़कर सक्रियता दिखा रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:31 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 10:58 AM (IST)
Ayodhya Ram Mandir Donation: वनवासी चाहते सबसे सुंदर बने राम का धाम, राम मंदिर निर्माण में खुलकर दान दे रहा आदिवासी समाज
Ayodhya Ram Mandir Donation: ैं। वनवासी चाहते हैैं कि भगवान राम का धाम सबसे सुंदर बने।

रांची, [संजय कुमार]। Ayodhya Ram Mandir Donation अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए झारखंड का आदिवासी-वनवासी समाज भी उत्साहित है। मंदिर निर्माण के लिए चल रहे निधि समर्पण अभियान में सहयोग के लिए जनजाति समाज के लोग भी बढ़-चढ़कर सक्रियता दिखा रहे हैं। वनवासी चाहते हैैं कि भगवान राम का धाम सबसे सुंदर बने। वनवास के दिनों में भगवान राम आदिवासियों के बीच रहे थे। इस कारण जनजातीय समाज उनसे एक अलग जुड़ाव महसूस करता है।

एक तरफ जहां आदिवासी समाज के सैकड़ों कार्यकर्ता इस अभियान में लगे हैं, वहीं समाज के लोग भी बढ़-चढ़ कर निधि समर्पण कर रहे हैं। आदिवासी बहुल जिस गांव में लोग जाते हैं, वहां ग्रामीण हर्षोल्लास के साथ स्वागत करते हैं। कहते हैं कि मां सबरी ने तो वर्षों भगवान राम का इंतजार किया था। आज जब उनका मंदिर बन रहा है तो हम लोग सहयोग करने में पीछे कैसे रहेंगे। जिनसे जो भी बन रहा है, निधि का समर्पण कर रहे हैं।

विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू ने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण को लेकर पूरे हिंदू समाज में उत्साह है। जनजाति समुदाय के लोग पीछे नहीं हैं। बिहार में तो राम को लोग रिश्तेदार मानते हैं। वनवासी कल्याण केंद्र के झारखंड प्रदेश संगठन मंत्री सत्येंद्र सिंह खेरवार ने कहा कि इस अभियान को लेकर आदिवासी समाज के लोगों में काफी उत्साह है। जब श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जा रहा था, उस समय भी आदिवासियों के 1100 से अधिक पूजा स्थलों की मिट्टी अयोध्या भेजी गई थी।

पहली बार पंडरी गांव में कोई सहयोग लेने पहुंचा

रांची जिले के चान्हो प्रखंड अंतर्गत आदिवासी बहुल पंडरी गांव में जब कार्यकर्ता पहुंचे तब गांव वालों ने कहा कि आज तक इस गांव में किसी मंदिर या धर्म के नाम पर सहयोग लेने के लिए कोई नहीं आया। हम लोग मंदिर निर्माण में सहयोग कर धन्य हो गए हैं। लातेहार जिले के एक गांव में जब आदिम जनजाति अगरिया समाज के बीच अभियान में लगे लोग पहुंचे तो लोगों की खुशी देखते बन रही थी।

जीतू अगरिया ने कहा, राम मंदिर निर्माण में हम लोग सहयोग करके अपने को सौभाग्यशाली समझ रहे हैं। जिनसे जो बन पड़ा, सभी ने सहयोग किया। गढ़वा जिले के डंडई प्रखंड के गांवों में जब निधि समर्पण अभियान के लोग पहुंचे तो आदिवासी समाज के लोग काफी उत्साहित हो गए। सिमडेगा जिले के मानसेरा गांव में जब अभियान के लोग पहुंचे तो गांव वालों ने गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया।

पूरे देश के आदिवासियों में खुशी का माहौल है

वनवासी कल्याण केंद्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृपा प्रसाद सिंह ने कहा कि झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र व राजस्थान सहित पूरे देश के आदिवासी बहुल गांवों में काफी उत्साह है। लोग सहयोग करने के साथ-साथ अभियान के लिए समय भी दे रहे हैं।

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