Ayodhya Ram Mandir Donation: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिए 5 लाख, राम मंदिर के लिए VHP का महाअभियान शुरू

Ayodhya Ram Mandir Donation भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की शुभकामना के साथ श्री राम जन्मभूमि अभियान की 15 जनवरी से शुरुआत हो गई। राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विहिप व आरएसएस के प्रतिनिधि शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे उनसे मिले।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 02:54 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 06:07 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir Donation: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिए 5 लाख, राम मंदिर के लिए VHP का महाअभियान शुरू
Ayodhya Ram Mandir Donation: धन संग्रह के लिए 15 जनवरी से अभियान की शुरुआत हो गई।

रांची, [संजय कुमार]। Ayodhya Ram Mandir Donation अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति की शुभकामना व उनके द्वारा दिए गए समर्पण निधि के साथ पूरे देश में शुक्रवार से हो गई। इसके लिए आज दिन के 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अभियान के लिए शुभकामना लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगा गया है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राम मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख एक सौ रुपए की शुभकामना राशि राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपी, आज से श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संचय महाअभियान शुरू किया गया है, जिसकी शुरुआत राष्ट्रपति कोविंद से की गयी है।

जब समय मिल जाएगा तो उनसे भी प्रतिनिधिमंडल मिलने जाएंगा। इसके साथ ही दूसरे प्रमुख लोगों से भी मिलने की योजना है। राष्ट्रपति से मिलने जाने वालों में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, विहिप के कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार, भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और दिल्ली प्रांत के आरएसएस के संघचालक कुलभूषण आहुजा शामिल हैं।

13 करोड़ परिवारों तक पहुंचने की बनी है योजना

आलोक कुमार ने कहा कि देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति व दूसरे नागरिक उपराष्ट्रपति से शुभकामना लेकर अभियान की शुरुआत होगी। अभियान को सफल बनाने के लिए देश के सभी जिलों में प्रमुख लोगों की समिति बनी है। साथ ही नगर से लेकर गांवों तक टोली गठित की गई है। इस अभियान के तहत पूरे देश में 13 करोड़ परिवार के 65 करोड़ रामभक्तों से अभियान में लगे लोग मिलेंगे। विहिप के नेतृत्व में होने वाले इस अभियान में 40 लाख से अधिक हिंदू समाज के लोग लगेंगे। इसमें आरएसएस एवं अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

5.25 लाख गांवों में टोलियों का किया गया है गठन

आलोक कुमार ने कहा कि पूरे देश के 5.25 लाख गांवों में टोलियों का गठन किया गया है। सभी टोली में पांच से सात लोगों को रखा गया है। प्रत्येक पांच पंचायतों पर एक निधि जमाकर्त्ता बनाए गए हैं, जो प्रत्येक दिन संग्रह की गई राशि को बैंक में जमा कर देंगे। इसके लिए अयोध्या में एसबीआइ, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा की नया घाट शाखा में खाता खोले गए हैं। प्रखंड, जिला व प्रांत स्तर पर एक-एक हिसाब प्रमुख होंगे, जो प्रत्येक दिन लेखा-जोखा को पूर्ण कर "श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र" को बताएंगे।

सभी कार्यकर्ताओं का प्रयास रहेगा कि वे सामान्य से सामान्य एवं उच्च से उच्च वर्ग के लोगों तक संपर्क कर भगवान श्रीराम के प्रति आस्था अर्पण भाव को प्रकट कराते हुए 10 रुपये, 100 रुपये व 1000 रुपये का समर्पण राशि वाला कूपन देकर राशि संग्रह करेंगे। 2000 रुपये से ज्यादा राशि देने वालों को रसीद दिया जाएगा। लोग राशि ऑनलाइन भी बैंक में भेज सकते हैं।

अभियान को लेकर रामभक्तों में काफी उत्साह है। यह अभियान 44 दिनों तक निरंतर चलता रहेगा। 27 फरवरी, 2021 को अभियान का समापन होगा। अभियान के तहत संग्रह की गई राशि का हिसाब-किताब दैनिक होगा। सभी कार्यक्रम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के दिशानिर्देश पर ही चलेंगे। इस अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी अनुषांगिक संगठन भाग लेंगे। पूरे कार्यक्रम का नेतृत्व विश्व हिंदू परिषद करेगी।

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