August Festival 2021: अगस्त माह में हैं कई तीज-त्योहार, यहां जानें कब है रक्षाबंधन-नाग पंचमी-कृष्ण जन्माष्टमी
August Festival 2021 Jharkhand News सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। यह कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। हरतालिका तीज सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है।
रांची, जासं। अगस्त माह को शुरू हुए पांच दिन हो गए हैं। इस माह कई पर्व-त्योहार हैं। भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को मनाया जाएगा। राखी बंधवाने का शुभ मुहूर्त दिनभर रहेगा। ज्योतिषार्च डाॅ. एसके घोषाल ने बताया कि 22 अगस्त को सुबह 6.15 बजे से शाम 5.31 बजे तक शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। अगस्त माह में डेढ़ दर्जन से ज्यादा पर्व इस माह के महत्व को बढ़ा रहे हैं। अगस्त में सबसे पहले कामिका एकादशी पड़ेगी। इसके बाद प्रदोष व्रत, सावन अमावस्या, हरतालिका तीज, नाग पंचमी, स्कन्द षष्ठी, सिंह संक्रांति, रक्षाबंधन, कजरी तीज व कृष्ण जन्माष्टमी है।
चार अगस्त को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। दरअसल सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि, जो भगवान विष्णु को समर्पित है, यह कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। प्रदोष व्रत गुरुवार, पांच अगस्त को मनाया जाएगा। मासिक शिवरात्रि शुक्रवार छह अगस्त को है। यूं तो मुख्य रूप से महाशिवरात्रि का महत्व माना ही जाता है, परंतु हर माह पड़ने वाला शिवरात्रि भी काफी महत्व रखता है।
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। हरियाली अमावस्या रविवार आठ अगस्त को है। इस दिन नदी में पवित्र स्नान के अलावा अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किए जाने की मान्यता है। हरतालिका तीज बुधवार 11 अगस्त को मनाई जाएगी। हरतालिका तीज सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस दिन पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए शादीशुदा महिलाएं व्रत रखती हैं।
गुरुवार 12 अगस्त को विनायक चतुर्थी है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलने के साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। शुक्रवार 13 अगस्त को नाग पंचमी पर्व है। 15 अगस्त को तुलसीदास जयंती है। इसी दिन स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाएगा। सूर्य के अपने ही स्वामित्व वाले सिंह राशि में प्रवेश को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस बार यह मंगलवार 17 अगस्त को है। यहां सूर्य उच्च में होते हैं।
सिंह संक्रांति के दिन सूर्य की विशेष पूजा की जाती है। बुधवार 18 अगस्त को सावन पुत्रदा एकादशी पड़ रही है। इस दिन संतान प्राप्ति व सुख के लिए व्रत रखा जाता है। दूसरा प्रदोष हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन में शुक्रवार, 20 अगस्त को रखा जाएगा। भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाई जाने वाली कजरी तीज या भादो तीज का पर्व बुधवार 25 अगस्त को मनाया जाएगा। कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार 30 अगस्त को मनाया जाएगा।
हरतालिका तीज
तृतीया तिथि प्रारंभ : 10 अगस्त, शाम 6.05 बजे शुरू
समाप्त : 11 अगस्त को शाम 4.53 तक
प्रात: काल पूजा मुहूर्त : सुबह 5.33 बजे से 8.02 बजे
प्रदोष काल मुहूर्त : शाम 5.58 बजे से 8.17 बजे शाम
जन्माष्टमी : 30 अगस्त को
निशिता पूजा का समय : 11.27 पीएम से 12.12 एएम
अष्टमी तिथि शुरू : 29 अगस्त को 11.25 बजे रात, समाप्त : 31 अगस्त को 1.59 एएम
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ : 30 अगस्त को 6.39 सुबह से। समाप्त : 31 अगस्त को 9.44 सुबह तक