अंजुमन बका ए अदब रांची ने मंत्री हफीजुल हसन को ज्ञापन सौंपा

अंजुमन बका ए अदब रांची के एक प्रतिनिधिमंडल ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी को ज्ञापन सौंपा। इसमें झारखंड उर्दू अकादमी के शीघ्र गठन की मांग की गई है। कहा गया है कि अल्पसंख्यकों को वे सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो उन्हें अविभाजित बिहार में मिल रही थीं।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 04:03 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 04:03 PM (IST)
अंजुमन बका ए अदब रांची ने मंत्री हफीजुल हसन को ज्ञापन सौंपा
अंजुमन बका ए अदब रांची के प्रतिनिधिमंडल ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी को ज्ञापन सौंपा।

रांची,जासं। अंजुमन बका ए अदब रांची (रजि.) के एक प्रतिनिधिमंडल ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी को ज्ञापन सौंपा। इसमें झारखंड उर्दू अकादमी के शीघ्र गठन की मांग की गई है। अंजुमन के महासचिव नसीर अफसर ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि बिहार रिआगर्नाइजेशन एक्ट के आर्टिकल 70 के अनुसार झारखंड के अल्पसंख्यकों को वे सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो उन्हें अविभाजित बिहार में मिल रही थीं।

हम किसी नई संस्था की मांग हरगिज नहीं कर रहे हैं । गौरतलब है कि झारखंड के साथ बने नए राज्य छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में भी उर्दू अकादमी कार्यरत है और पड़ोसी राज्यों में भी है। नहीं है तो केवल अपने राज्य में नहीं है । राज्य के गठन के लगभग 21वर्ष पूरे होने को हैं और सरकार इस पुरानी मांग को पूरी नहीं कर रही है। इससे उर्दू भाषी नागरिकों में सरकार के प्रति काफी आक्रोश है। बेहतर होता कि राज्य के स्थापना दिबस पर उर्दू अकादमी के गठन की घोषणा कर दी जाती।

chat bot
आपका साथी