Jharkhand: दिल्ली से लौटे नाराज कांग्रेस विधायक, प्रदेश अध्यक्ष को बताया विफल

Jharkhand Congress Jharkhand News नाराज कांग्रेस विधायकों ने अपनी मांगें आलाकमान के समक्ष रखी। प्रदेश कमेटी के विस्तार से लेकर अन्य मुद्दों पर वरीय नेताओं से वार्ता की। कार्यकारी अध्यक्षों को बदलकर नए लोगों को जिम्मेदारी देने की मांग उठी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:55 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:35 AM (IST)
Jharkhand: दिल्ली से लौटे नाराज कांग्रेस विधायक, प्रदेश अध्यक्ष को बताया विफल
नई दिल्‍ली में कांग्रेस महासचिव से मुलाकात करते झारखंड के नाराज कांग्रेस विधायक।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में किचकिच लंबे समय से चली आ रही है। विवाद की बात किसी से छिपी नहीं है। नया मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. रामेश्वर उरांव की दिल्ली यात्रा के बाद खुला है। नाराज विधायकों ने दिल्ली दरबार में अपनी हाजिरी देकर अपनी ओर से कई दावेदारी भी कर ली है। विधायक जिन कारणों से असंतुष्ट चल रहे हैं, उनका भी जिक्र किया और नई मांगें भी वहां रख दीं। प्रदेश अध्यक्ष को कई मोर्चों पर विफल करार देने और उनको मिली जिम्मेदारी को बांटने तक की बात की गई है।

दिल्ली दरबार पहुंचे विधायकों की नाराजगी कोई नई नहीं है। मंत्रिमंडल में जगह पाने से लेकर कमेटी तक में अपनी हिस्सेदारी की चाह लेकर एक साथ गए विधायक एक साथ लौट आए हैं, लेकिन संगठन की एका कहीं ना कहीं दरक गई है। संगठन के कामकाज से नाराज विधायकों में इरफान अंसारी, अकेला यादव, राजेश कच्छप, ममता देवी, दीपिका पांडेय सिंह आदि के नाम शामिल हैं। इन विधायकों ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर अपनी बातें रखीं। सूत्रों के अनुसार विधायकों ने संगठन से लेकर सरकार तक में हिस्सेदारी मांगी है।

सारी कवायद बोर्ड निगमों के पुनर्गठन को लेकर है जिसपर दो वर्षों के बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ है। कुछ विधायकों ने संगठन में बदलाव की भी मांग की। खासकर प्रदेश अध्यक्ष को दोहरी जिम्मेदारी से मुक्त करने का आग्रह किया। इसके अलावा कार्यकारी अध्यक्षों के पैनल में फेरबदल की भी मांग की गई। झारखंड में पांच कार्यकारी अध्यक्ष हैं। विधायकों ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि पूरी कमेटी वह है, जो डाॅ. अजय कुमार ने बनाई थी।

नई व्यवस्था में नई कमेटी की भी मांग की गई। इससे इतर विधायकों की अपनी-अपनी समस्याएं भी थीं। कुछ ने व्यक्तिगत तौर पर मुकदमों का विरोध किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने वाली कार्रवाइयों के विरोध की बात कही। यह मामला भी उठाया कि संगठन की बात सरकार तक कोई पहुंचाता नहीं है। इसी क्रम में कुछ लोगों ने कार्यकारी अध्यक्षों के नामों में भी फेरबदल की बात की। चुनाव जीतकर पहुंचे लोगों को भी संगठन में जिम्मेदारी देने का आग्रह किया गया।

आज विधायक दल की बैठक

सभी विधायक गुरुवार को आयोजित विधायक दल की बैठक के ठीक पहले देर शाम रांची पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि बैठक में भरपूर हंगामा होगा।

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