Minor Girls Murder: नहीं थम रहा आक्रोश, थाने के सामने शव रखकर हत्यारों को फांसी की मांग
Jharkhand. पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को बच्चियों का शव गांव पहुंचने के बाद एक बार फिर से जनाक्रोश भड़क गया है।
रांची, जासं। रांची से सटे पिपरवार में दो बच्चियों की हत्या के बाद जनाक्रोश रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को बच्चियों का शव गांव पहुंचने के बाद एक बार फिर से जनाक्रोश भड़क गया है। बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण शव को पिपरवार थाना के समक्ष रखकर मृतका के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, बच्चियों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा। स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। पुलिस ने भी मोर्चा संभाला हुआ है। ग्रामीण इतने आक्रोशित हैं कि एक अन्य बच्ची का शव शमशान घाट से धरना स्थल पर ले आए। बीच सड़क पर आगजनी भी की है।
लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं कि बच्चियों के साथ बलात्कार नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि प्रशासन मामले को दबाने के लिए झूठी खबर छपवा रही है। इसको लेकर ग्रामीण मीडिया के खिलाफ भी आक्रोशित हैं। बताया जा रहा है कि एक बच्ची के परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले गए थे, लेकिन कुछ लोग वहां पहुंचकर शव को अर्थी समेत प्रदर्शन स्थल पर लेकर आ गए। प्रशासन की ओर से किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए काफी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। घटनास्थल पर रैफ, आइआरबी एवं झारखंड पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं चतरा व सिमरिया के एसडीओ-सीओ बतौर मजिस्ट्रेट उपस्थित हैं।
इससे पूर्व पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम ने जंगल में खून के नमूने एकत्रित किए। इधर, दो बच्चियों के अपहरण व हत्या के इस प्रकरण के 40 घंटे बीत जाने के बाद भी कोयलांचल की औद्योगिक गतिविधियां ठप हैं। बाजार बंद हैं। बचरा बाजार में शनिवार सुबह दुकानें खुली लेकिन कुछ लोगों ने वहां पहुंचकर दुकानों को पुन: बंद करवा दिया।
फोरेंसिक टीम ने जंगल में खून के नमूने एकत्रित किए।
बता दें कि पिपरवार के जंगल में दो नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म में असफल रहने पर आरोपित ने उन्हें पत्थर से कुचल कर मार डाला था। दोनों बच्चियां करीबन दस साल की थी। इनके साथ तकरीबन आठ साल का एक बच्चा भी था। उसे भी आरोपित ने पत्थर से कुचल डाला। उसकी स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है। आरोपित ने तीनों को फल खिलाने के बहाने जंगल ले गया था। घटना के अगले दिन एक बच्ची की लाश जंगल में मिली थी। जबकि एक अन्य बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
यह भी पढ़ें: Minor Girls Murder: घने जंगल से घिरा है घटनास्थल, किसी ने नहीं सुना बचाओ-बचाओ का शोर
यह भी पढ़ें: Minor Girls Murder: खो-खो की गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी थी हैवानियत की शिकार किशोरी