अंजुमन इस्लामिया ने कहा- मुट्ठी भर लोगों को नहीं करने देंगे अमन से खिलवाड़; दही-चूड़ा की दावत...
Anjuman Islamia कार्यक्रम की अध्यक्षता फादर महेंद्र पीटर ने की। श्री महावीर मंडल रांची के अध्यक्ष जय सिंह यादव ने कहा कि रांची शहर गंगा-जमुनी तहजीब का जीवंत उदाहरण है। कार्यक्रम में स्वागत मोख्तार अहमद एव संचालन सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान ने किया।
रांची, जासं। Anjuman Islamia, Anjuman Islamia Jharkhand, Anjuman Islamia Ranchi अंजुमन इस्लामिया के तत्वावधान में शनिवार को आपसी प्रेम एवं भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए नया साल का संकल्प समारोह का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न धार्मिक, राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के अगुवा शामिल हुए। साथ ही दही-चूड़ा, तिलकुट, पूड़ी और सब्जी के साथ नया वर्ष एवं मकर संक्रांति सामूहिक तौर पर मिलकर मनाया गया। मौके पर शपथ ली गई कि चंद मुट्ठी भर लोगों को शहर और प्रदेश के आपसी ताने-बाने को छेड़ने नहीं दिया जाएगा। रांची की मिट्टी सामाजिक समरसता व एकता की मिट्टी है।
इसमें हिंदू, सरना, मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध आदि सभी धर्मों का खून समान रूप में शामिल है। समाज के 99 प्रतिशत अमन पसंद लोग ही इस समाज को प्रेम और आपसी सौहार्द की बुनियाद पर आगे चलाएंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता फादर महेंद्र पीटर ने की। श्री महावीर मंडल रांची के अध्यक्ष जय सिंह यादव ने कहा कि रांची शहर गंगा-जमुनी तहजीब का जीवंत उदाहरण है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता तथा अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष इबरार अहमद ने कहा कि बहुरंगी संस्कृति हमारे समाज की सुंदरता व श्रेष्ठता है। इसपर हम विश्वास करते हैं। विषय प्रवेश इबरार अहमद ने कराया। स्वागत मोख्तार अहमद एव संचालन सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान ने किया। कार्यक्रम में मोख्तार अहमद, महावीर मंडल रांची के अध्यक्ष जय सिंह यादव, झारखंड आंदोलनकारी प्रभाकर तिर्की, रतन तिर्की, फिया फाउंडेशन के जॉनसन टोपनो, सरना समिति रांची के अध्यक्ष अजय तिर्की, दुर्गापूजा समिति किशोरगंज के अध्यक्ष जगदीश शर्मा, रामनवमी श्रृंगार समिति रांची के अध्यक्ष संजय पोद्दार मौजूद रहे।
इसके अलावा श्री महावीर मंडल रांची के मृतुल श्रृंगार, आदिवासी अधिकार मंच के प्रफुल्ल लिंडा, राष्ट्रीय ईसाई महासभा की कॉर्डिनेटर कुमुदिनी, महावीर मंडल के नितीन सिरमोर, बंटी सिंह राजपूत, गोपाल महतो, गणेश यादव, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के मुन्ना टोप्पो, हेरंज टोप्पो, गैब्रियल खाखा, उर्मिला भगत, गीता लकड़ा, महिला अधिकारों पर कार्यरत अलोका कुजूर, रश्मि पिंगवा, मनीषा हेंब्रम, अंजू एक्का, कांग्रेस के प्रवक्ता अजय नाथ शाहदेव, कांग्रेस रांची के अध्यक्ष संजय पांडेय, दीपक ओझा, राजद की प्रवक्ता अनिता यादव, जदयू के प्रवक्ता सागर कुमार, माकपा के प्रकाश विप्लव, मासस के सुशांतो मुखर्जी, माले से भुवनेश्वर केवट, सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान, आम आदमी पार्टी के राजन सिंह, पवन सिंह, बैंक नेता एमएल सिंह, मजदूर नेता अशोक यादव, झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के पुष्कर महतो आदि उपस्थित थे।