मुजफ्फरनगर में बंधक बने सभी 13 आदिवासी लड़के कराए गए मुक्त

सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बंधक बने गरबांध गांव के 11 नाबालिग सहित सभी 13 आदिवासी लड़कों को मुक्त करा कर पुलिस श्री बंशीधर नगर गुरुवार की देर रात सकुशल ले आई है। साथ ही इन बच्चों को बंधक बनाने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 05:15 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 05:15 PM (IST)
मुजफ्फरनगर में बंधक बने सभी 13 आदिवासी लड़के कराए गए मुक्त
मुजफ्फरनगर में बंधक बने सभी 13 आदिवासी लड़के कराए गए मुक्त। जागऱण

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा), संसू । सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बंधक बने गरबांध गांव के 11 नाबालिग सहित सभी 13 आदिवासी लड़कों को मुक्त करा कर पुलिस श्री बंशीधर नगर गुरुवार की देर रात सकुशल ले आई है। साथ ही इन बच्चों को बंधक बनाने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है। इसकी जानकारी देते हुए थाना प्रभारी पंकज कुमार तिवारी ने बताया कि गरबांध गांव निवासी बिरझू उरांव के आवेदन पर थाना कांड संख्या 128/21 धारा 370, 370 (5) भादवि एवं 79 किशोर न्याय अधिनियम के तहत 19 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था।

गरबांध गांव के आदिवासी समुदाय के 11 नाबालिग सहित 16 बच्चों को ठेकेदार अरुण सिंह ग्राम सिद्धि कला, थाना चुर्क जिला सोनभद्र उत्तर प्रदेश के द्वारा बहला-फुसलाकर काम कराने मुजफ्फरनगर ले गया था। वहां ले जाकर बंधक बनाकर रखा था। जिसे सुरक्षित छुड़ाकर लाने के लिए पुलिस अधीक्षक गढ़वा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी व पुलिस निरीक्षक श्री बंशीधर नगर के निर्देश के आलोक में 10 सदस्यीय पुलिस टीम का गठन कर टीम को मुजफ्फरनगर भेजा गया था।

टीम के सदस्यों एवं मुजफ्फरनगर पुलिस के सहयोग से कुल 13 बच्चों को सुरक्षित वापस लाया गया है। 3 बच्चे पूर्व में ही भाग कर घर वापस आ गए थे। पुलिस टीम में पुअनि राहुल कुमार, पुअनि अजीत कुमार सोनी, परिपुअनि सूर्य प्रकाश दुबे, हवलदार लाल बहादुर सिंह, आरक्षी संजीव कुमार सिंह, गोपाल बैठा, निर्भय कुमार सिंह, दशरथ बैठा, कामेश्वर कुमार महतो व सतीश कुमार ओहदार शामिल थे।

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