Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया पर होंगी सैकड़ों शादियां, जानें इस दिन को क्यों माना जाता है शुभ
Akshaya Tritiya Koderma News कहा जाता है कि इस दिन शादी करने के लिए किसी पंडित से भी पूछने की जरूरत नहीं है। इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है। लेकिन इस बार लॉकडाउन में दुकानों के बंद रहने से बाजार में चहल-पहल नहीं रहेगी।
झुमरीतिलैया (कोडरमा), जासं। Akshaya Tritiya, Koderma News अक्षय तृतीया पर इस बार भी कोडरमा जिले में सैकड़ों शादियां होंगी। वहीं इस दिन सोना खरीदना और नया काम शुरू करना भी अच्छा माना जाता है। इसके लिए किसी पंडित से सलाह करने की आवश्यकता होती है। इस बार 14 मई को अक्षय तृतीया है। इसे शुभ मानते हुए बड़ी संख्या में लोग इस दिन अपने पुत्र-पुत्रियों का विवाह करते हैं। विद्वानों के अनुसार, इसी दिन सतयुग व त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। द्वापर युग का अंत और कलयुग की शुरुआत भी इसी दिन हुई थी। युगों की शुरुआत व अंत की तिथि होने के कारण इसे युगादि तिथि भी कहा जाता है।
भगवान परशुराम का जन्म भी इसी दिन हुआ था। यही कारण है कि अक्षय तृतीया के दिन को महामुहूर्त कहा जाता है। पंडित रामप्रवेश पांडेय के अनुसार, इस दिन सूर्य भगवान मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य की राशि परिवर्तन होने के कारण वृषभ राशि में सूर्य व बुध के संयोग से बुधादित्य योग बनेगा। इसके साथ शुक्र ग्रह भी स्वराशि वृषभ में रहेगा और चंद्रमा उच्च राशि में रहेगा। शुक्रवार को चंद्रमा का शुक्र ग्रह के साथ वृष राशि में गोचर करना शुभ माना जाता है। इस दिन चंद्रमा शाम के समय में मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इससे धन योग का संयोग है।
अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ
ऐसी मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना या घर लाना शुभ होता है। यही कारण है कि इस दिन लोग सोने की खरीदारी करते हैं। झारखंड में लॉकडाउन होने के कारण इस बार सोने की खरीदारी नहीं कर सकेंगे। इस दिन किया जाने वाला दान सर्वश्रेष्ठ व अक्षय होता है। अक्षय तृतीया को पापों का नाश करने वाला व सुख प्रदान करने वाला माना जाता है। इस बार अक्षय तृतीया के दिन ग्रहों का विशेष संयोग होने के कारण इसे सोने पर सुहागा कहा जा रहा है।
स्वर्ण व्यवसायियों को होगा करोड़ों का नुकसान
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सड़कें सुनसान हैं तो बाजार बंद हैं। झारखंड में आंशिक लॉकडाउन लगने के कारण आवश्यक वस्तुओं की दुकान छोड़ सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। अक्षय तृतीया पर अभ्रकनगरी में करोड़ों की खरीदारी होती है। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान इसी वर्ग को उठाना पड़ रहा है। कोरोना के अधिक मामलों को देखते हुए आंशिक लॉकडाउन को बढ़ाने की पूरी संभावना है। ऐसे में लोग इस बार सोने, चांदी की खरीदारी नहीं कर सकेंगे। जमीन, मकान की रजिस्ट्री कराना भी विशेष फलदायी होता है, लेकिन रजिस्ट्री ऑफिस भी बंद है। नए व्यवसाय के लिए घर में ही पूजा-पाठ करें।