Akshaya Navami 2021: अक्षय नवमी आज, आंवला पेड़ की होगी पूजा; भगवान विष्णु की कृपा से मिलती है सुख-समृद्धि

Akshaya Navami 2021 अक्षय नवमी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु का ध्यान कर आंवला के पेड़ को अक्षत पुष्प एवं चंदन के साथ कच्चे धागे से बांधकर सात बार परिक्रमा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है। आंवला का वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी काफी महत्व है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 08:33 AM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 09:02 AM (IST)
Akshaya Navami 2021: अक्षय नवमी आज, आंवला पेड़ की होगी पूजा; भगवान विष्णु की कृपा से मिलती है सुख-समृद्धि
Akshaya Navami 2021 आंवला का वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी काफी महत्व है।

झुमरी तिलैया (कोडरमा), जासं। आंवला पेड़ की पूजा कर भगवान विष्णु से कष्ट निवारण की कामना का पर्व अक्षय नवमी आज मनाया जाएगा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी को ही अक्षय नवमी, धात्री नवमी या आंवला नवमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु का ध्यान कर आंवला के पेड़ को अक्षत, पुष्प एवं चंदन के साथ कच्चे धागे से बांधकर सात बार परिक्रमा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है।

श्री सत्यनारायण मंदिर के पंडित नवल किशोर पांडेय ने बताया कि आंवला भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। आंवला का वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी काफी महत्व है। आंवला में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है। इसके सेवन से निरोगी काया बनी रहती है। आंवला वात, पित्त, कफ इन तीनों को नियंत्रण रखता है। उन्होंने बताया कि इस दिन आंवला के पेड़ का पूजन कर परिवार के लिए आरोग्यता व सुख, समृद्धि व सौभाग्य की कामना की जाती है।

इस दिन किया गया तप, जप व दान व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्त कराता है। भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। पांडेय के अनुसार अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष में भगवान विष्णु एवं शिव जी का निवास होता है। मान्यता है कि इस दिन वृक्ष के नीचे बैठने व भोजन करने से सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है। कोडरमा जिले के कई घरों के अलावा मंदिरों में भी आंवला पेड़ की पूजा आज के दिन की जाती है। साथ ही पेड़ के नीचे कई तरह का पकवान तैयार कर लोग सामूहिक रूप से भोजन करते हैं।

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