चार से साल से उधार के कमरे में चल रहा है आकांक्षा 40 कोचिंग

चार वर्षों से आकांक्षा 40 कोचिंग उधार के कमरे में चल रहा है। अब तक कोचिंग संचालन के लिए कोई स्थाई कमरा मुहैया नहीं कराया गया है। इस वजह छात्रों को भी पढ़ाई करने में परेशानी होती है। लेकिन इन चार वर्षों में कोचिंग के लिए भवन नहीं मिल सका।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 04:48 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 04:48 PM (IST)
चार से साल से उधार के कमरे में चल रहा है आकांक्षा 40 कोचिंग
चार से साल से उधार के कमरे में चल रहा है आकांक्षा 40 कोचिंग। जागरण

रांची, जासं । चार वर्षों से आकांक्षा 40 कोचिंग उधार के कमरे में चल रहा है। अब तक कोचिंग संचालन के लिए कोई स्थाई कमरा मुहैया नहीं कराया गया है। इस वजह छात्रों को भी पढ़ाई करने में परेशानी होती है। लेकिन इन चार वर्षों में कोचिंग के लिए भवन नहीं मिल सका। बरियातू स्थित राजकीय बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय के उधार के दो कमरे में चल रहा है। दूसरी तरफ कोचिंग का अपना भवन बने एक साल से ऊपर हो गया है। इस कोचिंग के लिए जिला स्कूल परिसर में पांच करोड़ की लागत से भवन बनकर तैयार है। यहां बच्चों के रहने से लेकर उनके क्लासरूम सहित अन्य सुविधाएं हैं। लेकिन भवन मुहैया नहीं कराया गया। 

आर्थिक रुप से कमजोर और जरूरतमंद बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षा की तैयारी कराने वाले इस सरकारी कोचिंग से हर साल अधिक से अधिक बच्चे परीक्षा में सफल हो रहे हैं। हर साल इंजीनियरिंग और मेडिकल की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते रहे हैं।  2019 की जेईई मेन परीक्षा में 24 विद्यार्थियों में 19 को सफलता मिली थी। सफल विद्यार्थियों में   गिरिडीह, लोहरदगा और देवघर के 3-3 विद्यार्थी, रांची, बोकारो और जामताड़ा के 2-2 विद्यार्थी और साहिबगंज, दुमका, पूर्वी सिंहभूम और धनबाद जिले के एक-एक थे।

कोचिंग से पास आउट 40 छात्र बीआईटी सिंदरी और लगभग 20 बच्चे एनआईटी जमशेदपुर में पढ़ाई कर रहे हैं। जिसे बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। सरकार द्वारा यहां पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए आवास, भोजन और पठन-पाठन की सामग्री निशुल्क  दी जाती है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा राज्यस्तरीय आकांक्षा-40 कोचिंग चलायी जाती है।   इसके अलावा बच्चों को कंप्यूटर पर ऑनलाइन टेस्ट का अभ्यास कराया जाता है।

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