झारखंड चुनाव में करारी हार के बाद नए नेताओं, कार्यकर्ताओं को समेटने में जुटी आजसू

Jharkhand. आजसू ने नई सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलने का संकेत दिया। सुदेश ने कहा बांधकर रखे हैं तीनों दलों के संकल्प पत्र।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 12:43 PM (IST)
झारखंड चुनाव में करारी हार के बाद नए नेताओं, कार्यकर्ताओं को समेटने में जुटी आजसू
झारखंड चुनाव में करारी हार के बाद नए नेताओं, कार्यकर्ताओं को समेटने में जुटी आजसू

रांची, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव में किंगमेकर बनने के सपने के साथ 53 सीटों पर अकेले चुनाव लडऩे वाली आजसू पार्टी चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के बाद अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को समेटने में जुट गई है। खासकर उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को, जो इस चुनाव में पहली बार पार्टी से जुड़े थे। चुनाव परिणाम के बाद मंगलवार को हुई पार्टी की केंद्रीय सभा की बैठक में हारे हुए प्रत्याशियों को यह सांत्वना दिया गया कि असफलता से सीख लेकर अगले चुनाव के लिए अभी से ही कमर कस लेना चाहिए।

बैठक को संबोधित करते हुए आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि पार्टी जनादेश का सम्मान करती है। उन्होंने यह कहते हुए अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया कि भले ही पार्टी को दो सीट पर ही जीत मिली, लेकिन 12.20 लाख मतदाताओं का समर्थन मिलना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने भावुक होकर यह भी कहा कि मामला दो विधायक का नहीं है, वे हारे हुए सभी प्रत्याशियों और अपने कार्यकर्ताओं के साथ हैं।

उन्होंने आने वाले समय में नई सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलने का भी संकेत देते हुए कहा कि सरकार में शामिल तीनों दलों ने जो संकल्प पत्र जारी किए थे, उन्हें पार्टी ने गांठ में बांध लिया है। पार्टी उनके एक-एक संकल्पों की गिनती करेगी। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता सह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने वोट प्रतिशत बढऩे को पार्टी की बड़ी उपलब्धि बताई।

वहीं, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने बिना नाम लिए कहा कि जो पार्टी आजसू को नजरअंदाज करती थी, उन्हें भी अहसास हो गया। यह सांत्वना भी दी कि जो जीतता है, वह हारता भी है। सुदेश महतो का उदाहरण देते हुए कहा कि क्षेत्र में काम करने का फल मिलता ही है। वहीं, गोमिया विधायक लंबोदर महतो ने वर्ष 2024 के लिए अभी से ही जुट जाने का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया। इस बैठक में प्रदीप बलमुचू को छोड़कर चुनाव के समय पार्टी में शामिल होने वाले लगभग सभी प्रत्याशी उपस्थित थे। इनमें राधाकृष्ण किशोर, अकील अख्तर, ताला मरांडी, एमटी राजा आदि शामिल हैं।

पार्टी विरोधी आचरण पर सख्त कार्रवाई

सुदेश ने चुनाव के समय पार्टी विरोधी गतिविधियों का भी जिक्र किया। यह चेतावनी दी कि पार्टी के निर्णय के साथ जो खड़ा नहीं होगा, उसपर सख्त कार्रवाई भी होगी।

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