पूरे झारखंड में 28 सितंबर को एक साथ पंचायत सम्मेलन करेगी आजसू पार्टी, गांव-गांव तक पहुंचने का लक्ष्य
AJSU Party Panchayat Conference Jharkhand Political Updates आजसू पार्टी की बुनियाद को पंचायत स्तर तक मजबूत करने की तैयारी है। इस संबंध में पार्टी प्रमुख सुदेश महतो ने निर्देश दिए हैं। सुदेश महतो पंचायत स्तर पर अनुषंगी इकाई के गठन एवं विस्तार तथा पंचायत सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने झारखंड के सभी 24 जिलों के जिलाध्यक्षों एवं जिला प्रभारियों के साथ बैठक में पार्टी को गांव-गांव तक पहुंचाने तथा पंचायत स्तर तक मजबूत करने को लेकर निर्देश दिए हैं। इसके तहत 23 सितंबर को प्रत्येक प्रखंड प्रभारी अपने प्रखंड के सभी पंचायतों के प्रभारियों के साथ सम्मेलन आयोजित करेंगे और पंचायत स्तर पर अनुषंगी इकाई के गठन एवं विस्तार तथा पंचायत सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेंगे। 28 सितंबर को राज्य के सभी पंचायतों में एक साथ सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन को लेकर केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि हम क्रमवार आगे बढ़ रहे हैं। हम छोटे-छोटे लक्ष्यों के साथ कार्ययोजना बनाकर काम करेंगे, तभी आम जनता के विषयों और मुद्दों को समझते हुए बड़े आंदोलन की नींव तैयार कर सकते हैं।
जदयू की बैठक में पार्टी को मजबूत करने पर विचार
झारखंड प्रदेश जनता दल यूनाइटेड की मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में संगठन को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में जदयू के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष खिरू महतो, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रभारी रामसेवक सिंह कुशवाहा, झारखंड जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह, सह प्रभारी अरुण कुमार सिंह, उपाध्यक्ष गुलाब महतो आदि उपस्थित थे। पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य में नई कमेटी का शीघ्र गठन किया जाएगा और सभी 24 जिलों में जुझारू नेताओं को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
भाजपा ने कांग्रेस के धरने को बताया हास्यास्पद
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कांग्रेस के धरने को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य की सत्ता में शामिल कांग्रेस किसके खिलाफ धरना दे रही है। कांग्रेस ऐसी नौटंकी बंद करे। उन्हें तो जनता ने काम करने के लिए अवसर दिया है, धरना देने के लिए नहीं। कांग्रेस जनता को दिग्भ्रमित करने में जुटी हुई है। ये एक तरफ सत्ता की मलाई खा रहे हैं और दूसरी ओर धरना भी दे रहे हैं। यूपीए ने पिछड़ों को सर्वाधिक ठगने का कार्य किया है। सत्ता में रहते हुए पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा देने से रोका गया। केंद्र में पिछड़ों के लिए 27 और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण लागू है। हेमंत सरकार भी केंद्र सरकार की तर्ज पर झारखंड में भी आरक्षण लागू करे।