RSS: सुनियोजित तरीके से बंगाल में हिंदुओं पर हो रहा हमला : अद्वैत चरण

RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अद्वैत चरण दत्ता ने कहा कि बंगाल में सुनियोजित तरीके हिंदुओं पर आक्रमण किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थिति को देखने के बाद वर्ष 1946 में बंगाल में हिंदुओं के हुए कत्लेआम की घटना याद आ रही है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Sat, 22 May 2021 07:50 PM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 07:50 PM (IST)
RSS: सुनियोजित तरीके से बंगाल में हिंदुओं पर हो रहा हमला : अद्वैत चरण
आरएसएस के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अद्वैत चरण दत्ता ने सेव बंगाल फोरम के कार्यक्रम को संबोधित किया ।

रांची [ संजय कुमार ]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अद्वैत चरण दत्ता ने कहा कि बंगाल में सुनियोजित तरीके हिंदुओं पर आक्रमण किया जा रहा है। बंगाल की गौरवशाली इतिहास को समाप्त करने की साजिश चल रही है। वर्तमान परिस्थिति को देखने के बाद वर्ष 1946 में बंगाल में हिंदुओं के हुए कत्लेआम की घटना याद आ रही है। बंगाल विधानसभा का चुनाव परिणाम आने के बाद से ही वहां की महिलाओं, आदिवासी, दलित व अनुसूचित जाति समाज के लोगों को निशाना बनाया गया है। परंतु इस कठिन परिस्थिति में वहां के हिंदुओं को हमें विश्वास दिलाना होगा की हम उनके साथ हैं। इसके साथ ही अनुसूचित जाति, जनजाति, महिला और मानवाधिकार आयोग को संज्ञान लेकर वहां के पीडि़तों को न्याय दिलवाना चाहिए। वे राष्ट्र सेविका समिति की सेव बंगाल फोरम की ओर से शनिवार को आयोजित कार्यक्रम को आनलाइन संबोधित कर रहे थे। विषय था बंगाल की वर्तमान स्थिति।

वोट बैंक की राजनीति के चलते रोहिंग्या व घुसपैठिए को बसाया गया

उन्होंने कहा कि बंगाल स्वामी विवेकानंद, मां शारदा, रवींद्रनाथ टैगोर, राजा राम मोहन राय जैसे प्रमुख मनीषियों की भूमि है। इसका अपना इतिहास है। परंतु कांग्रेस, वाम दल और टीएमसी के शासन में वोट बैंक की राजनीति के चलते घुसपैठिए और रोङ्क्षहग्या को बसाया गया। जेहादी शक्ति को बढ़ावा दिया जाने लगा। चुनाव से पहले ममता बनर्जी कहती थी कि खेला होवे और इसी का परिणाम है कि चुनाव परिणाम के बाद हिंदुओं पर कïट्टरपंथी मजहबी आक्रमण शुरू हो गया है। कई मंदिरों को तोड़ दिए गए। घर व दुकान को लूटना शुरू कर दिया गया। बंगाल के सात-आठ जिलों में ज्यादा आक्रमण हुए। 10 हजार से अधिक महिलाएं प्रताडि़त हुई हैं। 3000 से अधिक लोग असम में शरण लिए हुए हैं। लोग अब घर लौटना चाहते भी हैं तो उनसे टीएमसी कार्यालय में आकर रुपये देने को कहा जा रहा है, मानो जजीया कर देना पर रहा है।

बंगाल में कश्मीर जैसी स्थिति नहीं होने देंगे

एक महिला की ओर से पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि जहां पर घुसपैठियों की संख्या ज्यादा है वहां हिंदू ज्यादा प्रताडि़त हुए हैं। कई जगहों पर घरों में शंख बजाना और मंदिरों में बाजा बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, परंतु बंगाल का हिंदू समाज भी अब जागृत हो रहा है। कई जगहों पर लोगों ने प्रतिकार भी किया है। इस कारण से जिहादी तत्व बौखलाए हुए हैं। जहां तक बंगाल में कश्मीर जैसी स्थिति होने की बात है तो ऐसा हमलोग होने नहीं देंगे। तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें के भाव को लेकर काम करना है। परिस्थितियां बदलेंगी।

chat bot
आपका साथी