दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित डॉक्टर ने किया सरेंडर, भेजे गए जेल

रांची पुलिस दबिश को देखते हुए रिम्स में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित डॉक्टर को जेल भेज दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 01:42 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 01:42 AM (IST)
दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित डॉक्टर ने किया सरेंडर, भेजे गए जेल
दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित डॉक्टर ने किया सरेंडर, भेजे गए जेल

जागरण संवाददाता, रांची : पुलिस दबिश को देखते हुए रिम्स में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित सीनियर रेजिडेंट डॉ. अरुण कुमार मौर्य ने मंगलवार को न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने आरोपित को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया। बीते 28 मई को पीड़िता ने बरियातू थाना में सीनियर रेजिडेंट के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास की प्राथमिकी दर्ज करायी थी।

रिम्स में ड्यूटी के दौरान हुई घटना : 28 मई की रात करीब 12 बजे पीड़िता की ड्यूटी आरोपित डॉक्टर के साथ थी। ड्यूटी समाप्त होने के बाद पीड़िता अपने कमरे में गई। इसी दौरान आरोपित डॉक्टर ने दुष्कर्म का प्रयास किया। पीड़िता के अनुसार एक मरीज को कोविड आइसीयू से कार्डियोलॉजी विभाग में शिफ्ट करने के बाद आरोपित डॉ. अरुण मौर्या ने कहा था कि उसका घर बंद हो गया है और गार्ड कॉल नहीं उठा रहा है। इसलिए वह साथ रहेगा। इसपर जूनियर डॉक्टर ने आपत्ति जताई और सिस्टर इंचार्ज से बातचीत कर पेइंग वार्ड के चौथे तल्ले के डी-15 में डॉ. अरुण के लिए रूम दिलवाया गया। जबकि जूनियर डॉक्टर उसी वार्ड के डी-19 में रुकी थी।

आरोपित सीनियर रेजिडेंट ने आरोपों का बताया बेबुनियाद

रिम्स की जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के प्रयास का आरोपित सीनियर रेजिडेंट डॉ. अरुण कुमार मौर्य ने पुलिस की ओर से दिए गए सीआरपीसी 41-ए के नोटिस पर सौंपे गए पक्ष पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। डॉक्टर की ओर से रखे गए अपने पक्ष में दुष्कर्म के प्रयास के आरोप को बेबुनियाद बताया गया गया है। कहा गया है कि जूनियर डॉक्टर ड्यूटी नहीं करना चाहती थी। ड्यूटी में गंभीरता के लिए कहने पर बेवजह गलत आरोप लगा दी है। आरोपित ने अपने ससुर के माध्यम से नोटिस भेजा है। बताया जा रहा है आरोपित के ससुर एक विख्यात डॉक्टर हैं।

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