ACB Trap: घूसखोर एग्‍जीक्‍यूटिव इंजीनियर को ACB ने 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा

पलामू से गढ़वा पहुंची भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो की टीम ने भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता रमेश चन्द्र प्रसाद को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 02:16 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:35 PM (IST)
ACB Trap: घूसखोर एग्‍जीक्‍यूटिव इंजीनियर को ACB ने 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा
ACB Trap: घूसखोर एग्‍जीक्‍यूटिव इंजीनियर को ACB ने 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा

गढ़वा, जासं। झारखंड के गढ़वा से बड़ी खबर है। यहां पलामू से गढ़वा पहुंची झारखंड एसीबी की टीम ने शुक्रवार को भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता रमेश चन्द्र प्रसाद को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी समाहरणालय परिसर में स्थित भवन प्रमंडल के कार्यालय से हुई है। फिलहाल भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो के डीएसपी कार्यपालक अभियंता से उनके कार्यालय में ही पूछताछ कर रहे हैं।

मालूम हो कि झारखंड में इन दिनों भ्रष्‍टाचार को लेकर खासी सख्‍ती देखी जा रही है। अभी कुछ दिन पहले ही एसीबी की टीम ने एक साथ अलग-अलग शहरों में निगम कार्यालय, रजिस्‍ट्री ऑफिस में भी दबिश दी थी। इधर मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कई बड़े अफसरों के खिलाफ भ्रष्‍टाचार की फाइलें खोलते हुए कई मामलों में जांच के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि एसीबी सीएम के भ्रष्‍टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के बाद से रेस हो गया है।

पांच हजार रिश्वत लेते एसीबी के हत्थे चढ़ा कार्यपालक अभियंता

एसीबी पलामू के डीएसपी राम बाबू सिंह की अगुवाई में आई टीम ने शुक्रवार के दोपहर समाहरणालय परिसर में स्थित भवन प्रमंडल के कार्यालय से पांच हजार रुपये रिश्वत लेते कार्यपालक अभियंता रमेश चंद्र प्रसाद को रंगे हाथों धर दबोचा। रमेश चंद्र प्रसाद तोरणद्वार निर्माण के अंतिम भुगतान के लिए संवेदक रामकुमार उपाध्याय से पांच हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे। इसके बाद एसीबी की टीम कार्यपालक अभियंता को गिरफ्तार कर उनके दिपुआं मोहल्ला में स्थित किराये के आवास पर पहुंची जहां तलाशी के दौरान एसीबी को 1.81 लाख रुपये नकदी मिले। बरामद पैसा को भी एसीबी की टीम जब्त करते हुए रमेश चंद्र प्रसाद को अपने साथ पलामू ले गई।

तोरणद्वार निर्माण के अंतिम भुगतान के लिए 8 हजार रुपये मांग रहे थे रिश्वत

जानकारी के अनुसार गढ़वा थाना के करुआखुर्द निवासी रामकुमार उपाध्याय को भवन प्रमंडल से केतार प्रखंड के राजघाट में 2.79 लाख की लागत से तोरणद्वार निर्माण योजना का कार्य आवंटित किया था। उक्त योजना के निर्माण के बाद रामकुमार उपाध्याय पैसा भुगतान के लिए भवन प्रमंडल का चक्कर काट रहा था। पैसा भुगतान के लिए बतौर रिश्वत विभाग के कार्यपालक अभियंता रमेशचंद्र प्रसाद ने उससे 23 हजार रुपये की मांग की।

एसीबी की टीम ने ईई के घर की तलाशी के दौरान 1.81 लाख रुपये केिये बरामद

रामकुमार ने उन्हें 15 हजार रुपये दे भी दिया। बावजूद इसके आठ हजार रुपये नहीं देने के कारण अंतिम भुगतान किये जाने पर कार्यपालक अभियंता द्वारा रोक लगा दी गई थी। बाद में रामकुमार ने  रमेशचंद्र प्रसाद से पांच हजार में सौदा तय किया। इस बात की शिकायत रामकुमार उपाध्याय द्वारा पलामू में एसीबी से की गई।शिकायत के आलोक में एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन के उपरांत शिकायत को सही पाकर शुक्रवार को रामकुमार को कैमिकल लगे पांच हजार रुपये कार्यपालक अभियंता को रिश्वत देने के लिए दिया।

अपने चेंबर में बैठे रमेशचंद्र प्रसाद को रामकुमार ने जैसे ही पैसा दिया, वहां एसीबी की टीम सादेे लिबास में आ धमकी। कुछ संदेह होने पर कार्यपालक अभियंता ने रामकुमार से मिले पैसे को शौचालय में जाकर कमोड में गिरा फ्लैश चला दिया। लेकिन तब तक एसीबी की टीम उन्हें अपने काबू में लेते हुए कमोड में डाले गये पैसे को सुरक्षित बरामद कर लिया। साथ ही आवश्यक प्रक्रिया पूरा कर रमेश चंद्र प्रसाद को गिरफ्तार करते हुए अपने साथ पलामू ले गई। इस दौरान पूरे समाहरणालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा।

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