Aatm Nirbhar Bharat: भाजपा बोली, सरकार आत्मनिर्भर झारखंड के प्रति उदासीन, झामुमो ने कहा-न फैलाएं राजनीतिक संक्रमण

Aatm Nirbhar Bharat दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड सरकार अपने अधिकारों की बात खूब करती है परंतु अपने दायित्वों के निर्वहन में पीछे हट जाती है जिससे राज्य का नुकसान हो रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 11:34 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 04:44 AM (IST)
Aatm Nirbhar Bharat: भाजपा बोली, सरकार आत्मनिर्भर झारखंड के प्रति उदासीन, झामुमो ने कहा-न फैलाएं राजनीतिक संक्रमण
Aatm Nirbhar Bharat: भाजपा बोली, सरकार आत्मनिर्भर झारखंड के प्रति उदासीन, झामुमो ने कहा-न फैलाएं राजनीतिक संक्रमण

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर आत्मनिर्भर झारखंड अभियान के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में दीपक प्रकाश ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए जहां केंद्र सरकार के स्तर से आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर उठाए गए कदमों की चर्चा की। वहीं, इस अभियान को लेकर हेमंत सरकार पर उदासीनता का भी जिक्र किया।

दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड सरकार अपने अधिकारों की बात खूब करती है परंतु अपने दायित्वों के निर्वहन में पीछे हट जाती है, जिससे राज्य का नुकसान हो रहा है। योजनाएं धरातल पर नहीं उतर रही, गरीबों की योजनाओं में बंदरबांट हो रही है। यह अभियान देश के स्थानीय उद्यमियों और व्यावसायियों को सशक्त बनाएगा, देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा। कहा, आत्मनिर्भर भारत अभियान भी देश के 130 करोड़ भारत वासियों का अभियान बन रहा है। प्रकाश ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आत्म निर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।

झामुमो का पलटवार, भाजपा राजनीतिक संक्रमण न फैलाए

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के आरोपों पर झामुमो ने पलटवार किया है। महासचिव सुप्रियो भट्टïाचार्य ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लोगों को भ्रम में डाल रहे हैैं। अकाल्पनिक घोषणाओं को 20 लाख बार बोलकर उसकी सच्चाई को स्थापित नहीं किया जा सकता। भाजपा को झूठ बोलकर कोरोना संकट के दौर में राजनीतिक संक्रमण नहीं फैलाना चाहिए। भाजपा को बताना चाहिए कि गरीब रोजगार कल्याण योजना में छह राज्यों के 141 चयनित जिलों में झारखंड के मात्र तीन जिले क्यों शामिल किए गए जबकि बिहार चुनाव में लाभ उठाने के लिए वहां के 36 जिलों को शामिल किया गया है।

भाजपा ने 151 जोड़ी रेलगाडिय़ों को निजी, पूंजीपति और औद्योगिक समूहों के हाथों बेच देने का निर्णय लिया ताकि चुनिंदा उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जा सके। 44 कोल ब्लॉकों को कामर्शियल माइनिंग कर तहत भाजपा चहेते लोगों को सौंपना चाहती है। भाजपा नेताओं को कोरोना के इस संकट काल में ज्यादा राजनीतिक संक्रमण नहीं फैलाना चाहिए। इनके मंसूबे को जनता पहचान चुकी है।

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