टाटा स्टील की खदान में अब डंपर एक्सकैवेटर चलाती नजर आएंगी आदिवासी महिलाएं

टाटा स्टील की नोवामुंडी आयरन खदान में तेजस्विनी 2.0 की लांच‍िंंग की गई है। खदान में अब आद‍िवासी मह‍िलाएं भी डंफर चलाती नजर आएंगी। ऑपरेटर के रूप में पहले बैच में 22 महिलाएं नियुक्त की गई हैं। इस तरह की पहल झारखंड के बोकारो में भी की जा रही है।

By M EkhlaqueEdited By: Publish:Fri, 05 Feb 2021 10:50 PM (IST) Updated:Fri, 05 Feb 2021 10:50 PM (IST)
टाटा स्टील की खदान में अब डंपर एक्सकैवेटर चलाती नजर आएंगी आदिवासी महिलाएं
टाटा स्‍टील द्वारा नोवामुंडी खदान के ल‍िए चयन‍ित की गईं आद‍िवासी मह‍िलाएं।

संसू, नोवामुंडी (पश्चिमी स‍िंंहभूम) : टाटा स्टील ने पश्चिमी स‍िंंहभूम जिला स्थित नोवामुंडी आयरन खदान की सभी शिफ्टों में काम करने के लिए 22 आदिवासी महिलाओं को हैवी अर्थ मूङ्क्षवग मशीनरी ऑपरेटर (एचईएमएम) के रूप में बहाल किया है। इस तरह की पहल बोकारो में भी की जा रही है। लैंगिक विविधता की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

शुक्रवार को टाटा स्टील की ओएमक्यू डिवीजन के महाप्रबंधक अतुल भटनागर और रॉ मैटिरियल्स के चीफ एचआरएम सिद्धार्थ शाह की उपस्थिति में तेजस्विनी 2.0 नामक इस पहल को कंपनी के वीपी एचआरएम अत्रेई सरकार और वीपी डीबी सुंदररामम ने संयुक्त रूप से लांच किया। अकुशल महिला कर्मचारियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और खदान के मुख्य कार्यों के निष्पादन में सक्षम बनाने के लिए तेजस्विनी 2.0 की रूपरेखा तैयार की गई है।

तेजस्विनी 2.0 लांच करने वाली पहली डिजीवन बनी ओएमक्यू 

कंपनी में यह पहल आरंभ करने वाली ओर माइंस एंड क्वैरीज (ओएमक्यू) पहली डिवीजन है। इस कार्य के लिए 350 से अधिक आवेदन मिले थे। लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के बाद इनमें से 22 आदिवासी महिलाओं का चयन किया गया। सभी की औसत आयु 23 वर्ष है। एचईएमएम ऑपरेटर के रूप में इनके कौशल को निखारने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद इनकी ऑपरेशन असिस्टेंट के रूप में तैनात होगी। चयनित महिलाओं में अधिकतर पश्चिमी स‍िंंहभूम जिले के नोवामुंडी की रहने वाली हैं।

2025 तक टाटा स्टील में 20 फीसद महिला कार्यबल का लक्ष्य

वीपी एचआरएम अत्रेई सरकार ने बताया कि टाटा स्टील ने 2025 तक 20 फीसद महिला कार्यबल का लक्ष्य रखा है। इससे पहले सितंबर 2019 में तीनों शिफ्टों में महिलाओं की तैनाती की अनुमति दी जा चुकी है। ऐसा करने वाली टाटा स्टील देश की पहली कंपनी है। तेजस्विनी 2.0 खनन क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार देने की दिशा में एक अहम कदम है। टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन ने भी महिला एचईएमएम ऑपरेटर की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है।

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