अभी भी संभल जाएं, बिना मास्क के दिखे तो तत्काल होगी कोरोना जांच

रांची बिना मास्क के घरों से निकलने वाले संभल जाएं। राजधानी रांची में अगर बिना मास्क के दिखे तो तत्काल उसे कोरोना जांच के लिए भेजा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:23 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:23 AM (IST)
अभी भी संभल जाएं, बिना मास्क के दिखे तो तत्काल होगी कोरोना जांच
अभी भी संभल जाएं, बिना मास्क के दिखे तो तत्काल होगी कोरोना जांच

जागरण संवाददाता, रांची : बिना मास्क के घरों से निकलने वाले संभल जाएं। राजधानी रांची में अगर घर से बाहर आप बिना मास्क के नजर आए तो जिला प्रशासन तत्काल आपकी कोविड-19 जांच कराएगा। यह बिल्कुल अनिवार्य होगा। इसके लिए दो स्थानों चर्च कांम्प्लेक्स के पास (सैनिक मार्केट) और खादगढ़ा बस स्टैंड कांटाटोली में स्टैटिक टेस्टिग सेंटर बनाए जाएंगे। उपायुक्त छवि रंजन ने सोमवार को कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाए गए विभिन्न कोषांगों की समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि कोविड 19 के उल्लंघन में सील की गईं दुकानें तभी खोलने की अनुमति मिलेगी जब इनके सभी कर्मियों की कोरोना जांच होगी। रांची समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी, सहयोगी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।

टेस्टिंग बढ़ाने का दिया निर्देश : बैठक में उपायुक्त ने रांची जिले में विभिन्न स्थानों पर की जा रही कोविड-19 की जांच की जानकारी ली। टेस्टिग सेल के प्रभारी को उपायुक्त ने टेस्ट की मानिटरिग करते हुए टेस्टिग बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट का अनुपात बरकरार रखने का निर्देश दिया। साथ ही सदर एसडीओ को कोर टीम के साथ समीक्षा करने को कहा।

कमियां हैं तो इसे दूर करने का प्लान बनाएं : सिविल सर्जन से उपायुक्त ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध बेड की संख्या, आइसीयू, वेंटिलेटर की जानकारी ली तथा इसकी संख्या बढ़ाने को कहा। सिविल सर्जन को उपायुक्त ने पारा मेडिकल कर्मियों की टेस्टिग, एनेस्थियोलाजिस्ट की उपलब्धता आदि को लेकर दो महीने का प्लान देने का निर्देश दिया। होम आइसोलेशन के लिए प्रोटोकाल का पूरी तरह हो पालन : उपायुक्त ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें। कहा कि होम आइसोलेशन में मरीज की जांच के लिए समय पर डाक्टर विजिट करें। साथ ही मेडिकल किट उपलब्ध कराने को लेकर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को निर्देश दिया। आइसीएमआर और सीवी पोर्टल पर डाटा अपडेशन को लेकर भी उपायुक्त ने जानकारी ली। कांटैक्ट ट्रेसिग टीम की भी समीक्षा की। संबंधित पदाधिकारी को डीएसपी हेडक्वार्टर की टीम के साथ मीटिग करने को कहा। इसके अलावा अन्य कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की। क्या बाजार, क्या बस और ट्रेन, हर जगह कोरोना के प्रति दिख रही बेफिक्री

न चेहरे पर मास्क, न ही शारीरिक दूरी का पालन। बाजार जाइए तो आपको हर जगह यह दिख जाएगा। चाय की दुकान हो या कपड़े की, सैलून हो या राशन की दुकान, कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा। दुकान के आगे पहले रिबन या रस्सी बंधी मिलती थी, वो अब कम ही दुकानें में दिख रही। कोविड 19 के प्रति कैसी बेफिक्री है इसका नजारा देखना है तो चले आइए अलबर्ट एक्का चौक। यहां फुटपाथी दुकानदार सारे निर्देशों को धत्ता बताकर सामान बेच रहे हैं। न चेहरे पर मास्क और न ही शारीरिक दूरी। अपर बाजार, फिराया लाल चौक, डंगरा टोली आदि चौक पर लोग बेखौफ होकर बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। यही नहीं ठेला और खाने-पीने की चीज बेचने वाले लोग भी मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे।

बस स्टैंड और स्टेशन पर भी यही हाल : कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उसकी दूसरी लहर आ सकती है। इसकी आशंका को जानते हुए भी लोग कोरोना के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। खादगढ़ा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर तो लोग बिना मास्क के आसानी से दिख जाएंगे। खादगढ़ा बस स्टैंड में शायद ही कोई ऐसा हो जो मास्क लगाए हो। लगभग सभी बसों के ड्राइवर और कंडक्टर बिना मास्क के दिखते हैं। वहीं मुसाफिर भी उनकी ही राह पर हैं। बसों में लोग एक दूसरे से सट कर बैठ रहे हैं। पटना से बस से लौटे राजकुमार का कहना है कि मास्क क्या पहनें। सरकार ने खुद ही शारीरिक दूरी का पालन खत्म करा दिया। बस में सब लोग सट कर एक ही सीट पर बैठ रहे हैं।

रेलवे स्टेशन के बाहर भी लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। जब ट्रेन आ जाती है और रेलवे स्टेशन के अंदर प्रवेश करना होता है तब लोग मास्क लगा लेते हैं। यहां नियमों की थोड़ी सख्ती है क्योंकि बिना मास्क वालों को स्टेशन के अंदर जाने की अनुमति नहीं है। जागरूक लोग उठा रहे सवाल

बसों और ट्रेनों में शारीरिक दूरी का पालन क्यों नहीं कराया जा रहा।

एक ही सीट पर तीन-तीन लोग क्यों बैठाए जा रहे।

बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर बाहर से आने वाले मुसाफिरों की जांच क्यों नहीं की जा रही।

कोरोना के दूसरे लहर की आशंका है तो अब तक यहां जांच के कोई इंतजाम क्यों नहीं।

रांची में कहीं कोई चेकपोस्ट तक नहीं बनाया गया।

बाहर से आनेवालों की नहीं हो रही जांच। किस बात की जरूरत

जिला प्रशासन मास्क न पहनने वालों से सख्ती करे।

रांची में चेकपोस्ट बनाए और बाहर से आने वालों की जांच कराए।

ट्रेन और बस से आने वालों की भी कोरोना जांच कराई जाए।

ट्रेन और बसों में भी शारीरिक दूरी का पालन हो।

ड्राइवर-कंडक्टर मास्क न पहनें तो तत्काल हो कार्रवाई।

बसों को रवाना करने से पहले सैनिटाइज किया जाए।

जिला प्रशासन की ओर से जागरूकता अभियान चलाए जाए।

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