Jharkhand Teachers: झारखंड के इन 10 हजार शिक्षकों के वेतन पर लगी रोक, जानें इसकी बड़ी वजह...

Jharkhand Teachers झारखंड में हाई व प्लस टू स्कूलों के 9240 शिक्षकों ने 20 दिसंबर 2020 के बाद एक दिन भी उपस्थिति नहीं बनाई। उपस्थिति नहीं बनानेवाले सभी शिक्षकों के वेतन पर शिक्षा विभाग की ओर से रोक लगा दी गई है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 09:47 AM (IST)
Jharkhand Teachers: झारखंड के इन 10 हजार शिक्षकों के वेतन पर लगी रोक, जानें इसकी बड़ी वजह...
Jharkhand Teachers: शिक्षा विभाग ने ने 9240 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Teachers राज्य के प्रत्येक जिले में हाई व प्लस टू स्कूलों के सैंकड़ों शिक्षक ई-विद्यावाहिनी पर उपस्थिति नहीं बना रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा उपस्थिति बनाने के बार-बार निर्देश देने के बावजूद यह स्थिति है। समीक्षा में यह बात सामने आई है कि विभिन्न जिलों के 9,240 शिक्षकों ने 20 दिसंबर 2020 के बाद एक दिन भी उपस्थिति नहीं बनाई। उपस्थिति नहीं बनानेवाले सभी शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी गई है।

समीक्षा में यह स्थिति सामने आने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इसे खेदजनक स्थिति बताया है। साथ ही कहा है कि प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों द्वारा सरकारी आदेश का अनुपालन नहीं करना उनकी स्वेच्छाचारिता तथा सरकारी निर्देशों के प्रति लापरवाही दर्शाता है। उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को शिक्षकों द्वारा ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई नहीं करने तथा उपस्थिति दर्ज नहीं कराने की स्थिति में संबंधित प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का जनवरी माह से तबतक वेतन स्थगित रखने के निर्देश दिए हैं जबतक उनके द्वारा उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती है।

बता दें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने कोरोना के कारण बायोमिट्रिक उपस्थिति बंद होने के कारण स्कूलों में उपलब्ध टैब या व्यक्तिगत मोबाइल से शिक्षकों को ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करने का आदेश दिया था। साथ ही पिछले साल 21 दिसंबर से सभी शिक्षकों का स्कूलों में आना अनिवार्य कर दिया गया है।

इतने शिक्षकों ने 20 दिसंबर से एक दिन भी नहीं बनाई उपस्थिति

पलामू : 824, हजारीबाग : 763, गिरिडीह : 726,

गढ़वा : 637, दुमका : 578, देवघर : 522,

बोकारो : 513, रांची : 483, प. सिंहभूम : 482, गोड्डा : 481, गुमला : 444, रामगढ़ : 340,  धनबाद : 322, चतरा : 296, साहिबगंज : 288,  पूर्वी सिंहभूम : 256, सरायकेला : 253,  खूंटी : 198,  लोहरदगा : 194, लातेहार : 188, पाकुड़ : 149, कोडरमा : 116, जामताड़ा : 102, सिमडेगा : 85

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