आज भी गैस आधारित शवदाह गृह के ठीक होने की उम्मीद कम, कोरोना संक्रमित 6 शवों का स्वर्णरेखा घाट पर होगा अंतिम संस्कार

बड़ा घाघरा के स्वर्णरेखा घाट पर सोमवार को शाम 6 शवों का अंतिम संस्कार होगा। रांची नगर निगम ने शव के अंतिम संस्कार के लिए यहां कई ट्रैक्टर लकड़ी का इंतजाम कर दिया है। जल्द ही शव का अंतिम संस्कार का काम शुरू हो जाएगा।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 03:04 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 03:04 PM (IST)
आज भी गैस आधारित शवदाह गृह के ठीक होने की उम्मीद कम, कोरोना संक्रमित 6 शवों का स्वर्णरेखा घाट पर होगा अंतिम संस्कार
कोरोना संक्रमित 6 शवों का स्वर्णरेखा घाट पर होगा अंतिम संस्कार। जागरण

रांची, जासं । बड़ा घाघरा के स्वर्णरेखा घाट पर सोमवार को शाम 6 शवों का अंतिम संस्कार होगा। रांची नगर निगम ने शव के अंतिम संस्कार के लिए यहां कई ट्रैक्टर लकड़ी का इंतजाम कर दिया है। जल्द ही शव का अंतिम संस्कार का काम शुरू हो जाएगा। शवों का अंतिम संस्कार रात तक चलेगा। इसके लिए स्वर्णरेखा घाट पर रांची नगर निगम ने घाट पर जनरेटर का इंतजाम कर लाइटिंग भी लगा दी है। दूसरी तरफ, हरमू मुक्तिधाम के खराब बर्नर बनाने के लिए दिल्ली से इंजीनियर आ गए हैं। इंजीनियर बर्नर ठीक करने का काम शुरू कर चुके हैं।

रांची नगर निगम के अधिकारियों का कहना है की उम्मीद है कि सोमवार की रात तक बर्नर ठीक कर लिया जाएगा। इसके बाद एक बर्नर चालू कर दिया जाएगा। दूसरे बर्नर की मरम्मत का काम भी फिर शुरू होगा। गौरतलब है कि हरमू मुक्तिधाम में कोरोना पॉजिटिव शवों का अंतिम संस्कार होता है। बर्नर खराब होने से काफी दिक्कत शुरू हो गई है। इसी वजह से, रांची नगर निगम ने शवों का अंतिम संस्कार करने का इंतजाम बड़ा घाघरा के स्वर्णरेखा घाट पर किया है।

शवदाह गृह खराब होने से मोर्चरी में लगा लाशों का ढेर

हरमू स्थित मोक्षधाम में गैस आधारित शवदाह गृह पिछले 24 घंटे से खराब पड़ा हुआ है। ऐसे में रिम्स मोर्चरी की हालत बेहद बदतर हो गई है। मोर्चरी में 15 कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद शव को पैक करके रखा गया है। लेकिन शवदाह गृह खराब होने के कारण शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है।

24 घंटे से शव का अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे हैं परिजन

रांची जिले के सोनाहातू प्रखंड जामुदाग के रहने वाले महेश जायसवाल ने कहा कि रविवार को 11:30 बजे पिता की कोरोना से मौत हो गयी है। 24 घंटा बित गया लेकिन अभी तक शव दिया नहीं गया है।

शनिवार को हुई मौत लेकिन शव का इंतजार कर रहे हैं परिजन

झुमरीतिलैया से आये प्रभात कुमार ने कहा कि शनिवार को ही चाचा संतन सिन्हा की मौत हुई है। वो कोरोना संक्रमित थे और उनका रिम्स ट्रामा सेंटर में 10 दिन इलाज चलने के बाद मौत हो गया। मौत के 48 घंटे के बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है। घरवालों का हालात काफी खराब हो रहा है।

गैस आधारित शवदाह गृह का 6 बर्नर हुआ खराब

इधर हरमू स्थित मोक्षधाम में गैस आधारित शवदाह गृह में रविवार को तीन शव जलने के बाद बर्नर फेल कर गया। जिस कारण शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है। यही मुख्य वजह है कि रिम्स में लाशों का अंबार लग गया है।

01 अप्रैल से 11 अप्रैल तक 80 कोरोना संक्रमित का जलाया गया शव

हरमू स्थित मोक्षधाम का संचालन मारवाड़ी सहायक समिति के द्वारा किया जाता है। शवदाह गृह के इंचार्ज मुकेश वर्मा ने बताया कि पिछले 1 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल के बीच 80 कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार किया गया है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कोरोना काल की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 700 शव को जलाया गया है।

10 अप्रैल को रिकॉर्ड 16 शव का किया गया अंतिम संस्कार

मोक्ष धाम स्थित गैस आधारित शवदाह गृह में 10 अप्रैल को रिकॉर्ड 16 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं रविवार को 3 शव जलाने के बाद मशीन का बर्नर खराब हो गया।

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