UCIL जादूगोड़ा में 56 लाख की जालसाजी, सीबीआइ ने 3 अफसरों पर दर्ज की FIR

सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्राथमिकी दर्ज की। कंपनी के अधिकारियों-कर्मियों ने ही फर्जी टीए बिल ओवर टाइम बिल के नाम पर चूना लगाया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 09:09 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 04:59 PM (IST)
UCIL जादूगोड़ा में 56 लाख की जालसाजी, सीबीआइ ने 3 अफसरों पर दर्ज की FIR
UCIL जादूगोड़ा में 56 लाख की जालसाजी, सीबीआइ ने 3 अफसरों पर दर्ज की FIR

रांची, राज्य ब्यूरो। पूर्वी सिंहभूम के जादूगोड़ा की यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसिल) में 56 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आया है। इस मामले में सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कंपनी के तीन अधिकारियों-कर्मियों व अन्य अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है। दर्ज प्राथमिकी में आरोपितों पर फर्जी टीए बिल, फर्जी ओवर टाइम बिल के नाम पर 56 लाख रुपये की जालसाजी का आरोप है।

जालसाजी का पूरा मामला वर्ष 2014 से 2019 के बीच का है। इस अवधि में यूसीआइएल के सहायक प्रबंधक एकाउंट्स संजीव कुमार शर्मा ने आपराधिक साजिश के तहत अपने सहयोगी लोअर डिविजनल क्लर्क गोपीनाथ दास व आदेशपाल नृपेंद्र कुमार सिंह के साथ मिलकर यह जालसाजी की है। आरोपितों पर जालसाजी कर कंप्यूटर डाटा में छेड़छाड़, कंपनी के एकाउंट्स विभाग के कई अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी टीए बिल/ओवर टाइम बिल जमा व पास किया। इससे कंपनी को करीब 56 लाख रुपये का चूना लगाया।

आंतरिक छानबीन में यह बात सामने आई कि आदेशपाल नृपेंद्र कुमार सिंह ने वर्ष 2014 से 2019 के बीच 580 फर्जी टीए बिल एकाउंट्स विभाग में जमा किए। उसे लोअर डिविजनल क्लर्क गोपी नाथ दास ने चेक किया और फारवर्ड किया। इसके बाद सहायक प्रबंधक संजीव कुमार शर्मा ने उसे पास कर दिया, जो 29 लाख 14 हजार 125 रुपये के थे। छानबीन में यह बात सामने आई कि नृपेंद्र कुमार सिंह कार्यालय में उपस्थित था, उसने बायोमिट्रिक से उपस्थिति भी दर्ज कराई और फर्जी टीए बिल जाम किया।

आगे यह बात भी सामने आई कि यूसिल के 19 कर्मियों के नाम पर 27 लाख 46 हजार, 502 रुपये 71 पैसे का ओवर टाइम फर्जी बिल भी इसी अवधि में आरोपितों ने मिलकर पास कर दिया। इस तरह आरोपितों ने मिलकर साजिश के तहत 56 लाख 60 हजार, 627 रुपये 71 पैसे का चूना लगाया है। इस पूरे घोटाले की जांच का आदेश सीबीआइ के रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के इंस्पेक्टर अमित कुमार को दिया गया है।

इनपर दर्ज हुई प्राथमिकी संजीव कुमार शर्मा : सहायक प्रबंधक (एकाउंटस), यूसीआइएल, जादूगोड़ा। गोपी नाथ दास : एलडीसी/टाइपिस्ट, एकाउंट्स विभाग, यूसीआइएल, जादूगोड़ा। नृपेंद्र कुमार सिंह : पीयून, प्रशासन विभाग, यूसीआइएल, जादूगोड़ा। अन्य अज्ञात।

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