Jharkhand: झारखंड की जेलों से छूटेंगे आजीवन कारावास के 26 कैदी...

Jharkhand के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक हुई। बैठक में राज्य की जेलों से आजीवन कारावास के 26 कैदियों की असमय कारामुक्ति संबंधित पर्षद की अनुशंसा को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:06 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 01:00 PM (IST)
Jharkhand: झारखंड की जेलों से छूटेंगे आजीवन कारावास के 26 कैदी...
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक हुई।

रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक हुई। बैठक में राज्य की जेलों से आजीवन कारावास के 26 कैदियों की असमय कारामुक्ति संबंधित पर्षद की अनुशंसा को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है। राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की पिछली बैठक चार दिसंबर 2020 को हुई थी, जिसमें कोई निर्णय नहीं हो सका था। गुरुवार की बैठक में मुख्यमंत्री के सामने 50 कैदियों की असमय कारा मुक्ति से संबंधित प्रस्ताव रखा गया था। सभी 50 कैदियों की असमय कारा मुक्ति के बिंदु पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें 26 कैदियों को छोड़ने पर ही मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी। अब अगले कुछ ही दिनों में इन 26 कैदियों को कारा से रिहा करने की कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM ने राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की अनुशंसा के आलोक में 50 कैदियों कि असमय कारामुक्ति हेतु विचार एवं समीक्षा के उपरांत 26 कैदियों के रिहा करने के आदेश को स्वीकृति दी। अगले कुछ ही दिनों में इन 26 कैदियों को कारा से रिहा करने की कार्रवाई की जाएगी।

— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) February 25, 2021

मुख्यमंत्री ने रिहा होने वाले सभी बंदियों के संबंध में न्यायालय, कारा अधीक्षक, एसपी एवं प्रोबेशन पदाधिकारी से प्राप्त रिपोर्ट की बैठक में समीक्षा की और कारा मुक्त होने के बाद समाज पर पड़ने वाले प्रभाव का समेकित रूप से विश्लेषण करने के बाद कारा मुक्त करने का निर्णय लिया। जिन बंदियों का प्रस्ताव बैठक में अस्वीकृत हुआ है उनका प्रस्ताव नियमावली के अनुसार एक वर्ष बाद फिर विचार के लिए राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में लाया जाएगा।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा, कारा महानिरीक्षक बीरेंद्र भूषण, न्यायायुक्त रांची नवनीत कुमार, प्रधान सचिव सह विधि परामर्शी संजय प्रसाद, बंदी कल्याण पदाधिकारी कमलजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

रिहाई के बाद अपराधी मुख्यधारा से जुड़कर समाज हित के लिए कार्य करें : सीएम

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अपराधी के जीवन में समाज हित के प्रति जिम्मेदारी लाना महत्वपूर्ण है। सजा काटकर बाहर आने वाले बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने रिहा होने वाले कैदियों से समाज हित के लिए कार्य करने की अपील की है।

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