रांची से ह्यूमन ट्रैफिकिग कर 15 बच्चों को ले जाया जा रहा था श्रीनगर, पूरे परिवार के साथ तस्कर धराया

रांची से ह्यूमन ट्रैफिकिग कर 15 बच्चों को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर ले जाया जा रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 06:24 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 06:24 AM (IST)
रांची से ह्यूमन ट्रैफिकिग कर 15 बच्चों को ले जाया जा रहा था श्रीनगर, पूरे परिवार के साथ तस्कर धराया
रांची से ह्यूमन ट्रैफिकिग कर 15 बच्चों को ले जाया जा रहा था श्रीनगर, पूरे परिवार के साथ तस्कर धराया

जागरण संवाददाता, रांची :

रांची से ह्यूमन ट्रैफिकिग कर 15 बच्चों को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर ले जाया जा रहा था। गो एयर की फ्लाइट संख्या जी8-146 से सभी को ले जाया जाना था। इसकी जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट पर तैनात सीआइएसएफ के जवानों ने बच्चों को रेस्क्यू करते हुए तस्कर को हिरासत में लिया और पुलिस को सौंप दिया। इन सभी 15 बच्चों को लातेहार जिले के चंदवा निवासी राजू गंझू काम दिलाने के नाम पर श्रीनगर ले जा रहा था। बच्चे भी लातेहार के चंदवा के रहने वाले हैं। छोटे-छोटे बच्चों के समूह पर एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ के पदाधिकारियों और जवानों की नजर पड़ने पर सभी को रेस्क्यू किया गया। इसके बाद एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट थाने को सौंप दिया। इसकी सूचना सीडब्ल्यूसी को भी दी गई। सीडब्ल्यूसी और पुलिस इसकी छानबीन शुरू कर दी है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार राजू गंझू इन बच्चों के साथ अपने परिवार को भी लेकर जा रहा था। तस्करी कर ले जाए जा रहे बच्चों के अलावा राजू के साथ उसकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे शामिल हैं। फिलहाल सभी को पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया है।

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9 साल से श्रीनगर में रहता था राजू, वहां काम दिलाने ले जा रहा था बच्चों को :

राजू से पुलिस पूछताछ कर रही है। अबतक हुई पुलिस की पूछताछ में राजू ने बताया है कि वह पिछले 9 साल से श्रीनगर में ही रहता था। वहां अलग-अलग दुकानों और कंपनियों से उसकी पहचान थी। उन्हीं पहचान वालों ने काम के सिलसिले में बच्चों की मांग की थी। इस बीच लॉकडाउन की वजह से वह घर लौटा था, इस दौरान गांव के बच्चों को काम दिलाने के बहाने जुटाया और सभी को श्रीनगर ले जा रहा था। इस बार वह अपने साथ अपनी पत्नी और बच्चों को भी ले जा रहा था। फिलहाल इस मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिग यूनिट में एयरपोर्ट के सबइंस्पेक्टर के बयान पर एफआइआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर दी है। शुक्रवार को इस मामले में सभी बच्चों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

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15 बच्चों में एक नाबालिग लड़की भी शामिल : रेस्क्यू किए गए 15 बच्चों में एक नाबालिग लड़की भी शामिल है। इनमें 11 बच्चों के आधार कार्ड में 18 वर्ष से कम उम्र है। जबकि 4 बच्चों की उम्र आधार कार्ड में 18 वर्ष से ऊपर दर्ज है। हालांकि पुलिस और सीडब्ल्यूसी का मानना है कि उन बच्चों की उम्र भी 18 वर्ष से कम है। फिलहाल इसका सत्यापन किया जा रहा है। सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि बच्चों को प्रस्तुत करने के बाद उनकी उम्र का सत्यापन किया जाएगा। इससे स्पष्ट होगा कि कितने बच्चे नाबालिग हैं। हालांकि बच्चों की तस्करी कर ले जाने वाले राजू के साथ मौजूद तीन बच्चों की भी जांच की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि वह बच्चे राजू के ही हैं या किसी दूसरे बच्चों को अपना बताकर ले जा रहा था।

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