कोडरमा में दत्तक ग्रहण संस्थान से दो बच्चियां फरार, एक बरामद Koderma News

Koderma Samachar Jharkhand News संस्थान से भागी हुई बच्ची की उम्र 12 साल बताई जा रही है। फिलहाल इस मामले को लेकर डीएसडब्ल्यू आरती कुमारी की अगुवाई में डीसीपीओ संरक्षण पदाधिकारी और सीडब्ल्यूसी की टीम मौके पर पहुंच गई है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 02:58 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:10 PM (IST)
कोडरमा में दत्तक ग्रहण संस्थान से दो बच्चियां फरार, एक बरामद Koderma News
Koderma Jharkhand News संस्थान से भागी हुई बच्ची की उम्र 12 साल बताई जा रही है।

कोडरमा, जासं। कोडरमा जिले के झुमरीतिलैया स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान से मंगलवार की सुबह एक बच्ची के लापता होने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक दत्तक ग्रहण संस्थान में 10 बच्चियां संरक्षित की गई थी। इसमें 2 बच्ची आज सुबह मौके का फायदा उठाकर भाग गई। इसमें से एक बच्ची को संस्थान के सदस्यों ने पुन: संरक्षित कर लिया है। कुछ दिन पहले दोनों बच्चियां भागकर गिरिडीह से कोडरमा आई थी।

कोडरमा स्टेशन से चाइल्डलाइन के द्वारा रेस्क्यू कर सीडब्ल्यूसी यानि बाल कल्‍याण समिति के हवाले बच्चियों को सुपुर्द किया गया था। संस्थान से भागी हुई बच्ची की उम्र 12 साल बताई जा रही है। फिलहाल इस मामले को लेकर डीएसडब्ल्यू आरती कुमारी की अगुवाई में डीसीपीओ, संरक्षण पदाधिकारी और सीडब्ल्यूसी की टीम मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच की जा रही है।

पूर्व में भी भागते रहे हैं बच्चे

यह पहला मौका नहीं है, जब ऐसी घटना सामने आई है। साल 2018 से जबसे संस्थान संचालित किया जा रहा है, तब से 6 बार यहां से बच्चों के भागने के मामले सामने आए हैं। सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा सामंता ने बताया कि इस मामले में संस्थान के संचालक की लापरवाही सामने आई है।

उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद जब उनकी टीम के 2 सदस्य मौके पर पहुंचे थे, तो यहां से गार्ड लापता था। इसके अलावा संस्थान के कार्यालय में भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था और उसी का लाभ उठाकर बच्चियां फरार हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट और लापरवाही की लिखित सूचना उपायुक्त को सौंपी जाएगी।

संरक्षण पदाधिकारी अर्चना ज्वाला ने बताया कि विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में संरक्षित की गई सभी बच्चों की काउंसलिंग की जा रही थी और इन्हें काउंसलिंग के बाद माता-पिता के सुपुर्द किया जाना था। उन्होंने कहा कि 23 जुलाई को दोनों बच्चियों को संस्थान में संरक्षित किया गया था। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रौद्योगिकी विकास संस्थान की ओर से 2018 से दत्तक ग्रहण संस्थान का संचालन किया जा रहा है।

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