दो ट्रेनें बंद, कुलियों पर रोजगार का संकट
संवाद सूत्र बरकाकाना(रामगढ़) बरकाकाना रूट से एक साथ राजधानी और रांची-चोपन एक्सप्रेस के
संवाद सूत्र, बरकाकाना(रामगढ़) : बरकाकाना रूट से एक साथ राजधानी और रांची-चोपन एक्सप्रेस के बंद होने से कुलियों पर आफत आ गई है। कुलियों के साथ-साथ पार्किंग वेंडर, दुकानदार आदि पर इसका असर दिखने लगा है। बरकाकाना जंक्शन पर कुल नौ कुली बतौर दैनिक मजदूर कार्य करते हैं। इनमें रामजी प्रसाद, मो नबी हसन, मो सलामत, मो अशरफ, मो रिकू, मो अकरम, मो फैयाज, मो शोएब आदि शामिल हैं। दोंनों एक्सप्रेस ट्रेनों के पहिए थमने के बाद सबसे अधिक कोई प्रभावित हुआ है। जिनकी रोजी-रोटी ही प्लेटफार्म पर लोगों के सामान का बोझ उठाने पर निर्भर है। ट्रेनों के बंद होते ही कुलियों के सामने परिवार के भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है। वृद्ध कुली रामजी प्रसाद ने कहा कि दो वर्ष बीत गया कोविड-19 में ट्रेनों का परिचालन होने के बाद एक और समास्या यात्री के द्वारा स्टेशन परिसर से ट्रॉली बैग लेकर गंतव्य स्थान तक चले जाते हैं । इस कारण कुली के काम ठप हो गया है। कुली रामजी प्रसाद ने कहा कि परिवार का भरण पोषण करना बहुत मुश्किल हो गया है। कुलियों ने कहा कि राजधानी एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन अप और दो दिन डाउन से बरकाकाना आती थी। इसमें काफी यात्री बरकाकाना उतरते थे, जिससे उनकी अच्छी आमदनी होती थी। अब इस ट्रेन को बंद कर दिया गया है। जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। इधर पार्किंग वेंडर का कहना है कि सप्ताह में चार दिन पार्किंग में वाहनों का कतार लग जाता था। अब ट्रेन बंद होने से पार्किंग में सन्नाटा पसर गया है। यही बात बरकाकाना स्टेशन चौक के आसपास के दुकानदार और होटल संचालकों ने भी राजधानी और रांची-चोपन एक्सप्रेस के बंद होने पर खाद्य सामग्री कम बिक्री होने की बात कही है।