दामोदर नदी तट पर हुआ वृद्धा का अंतिम संस्कार, उमड़ी भीड़

संवाद सूत्र रजरप्पा(रामगढ़) बड़कीपोना के कतारी टोला में पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:22 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:22 PM (IST)
दामोदर नदी तट पर हुआ  वृद्धा का अंतिम संस्कार, उमड़ी भीड़
दामोदर नदी तट पर हुआ वृद्धा का अंतिम संस्कार, उमड़ी भीड़

संवाद सूत्र, रजरप्पा(रामगढ़) : बड़कीपोना के कतारी टोला में पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई बुजुर्ग महिला का शव के घर पहुचते ही पूरे गांव मातम में छा गया। अंतिम संस्कार दामोदर नदी के तट पर किया गया। वृद्धा की मौत के बाद लगातार नेताओं की आवाजाही रही। दरहसल पुलिस प्रशासन द्वारा बड़कीपोना में लगातार की जा रही कार्रवाई व दबिश के कारण एक वृद्ध महिला उमानो देवी 75 वर्ष की मौत गुरुवार रात को हो गई थी और काफी मशक्कत के बाद लगभग 18 घंटे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रामगढ़ भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद जब शव बड़कीपोना पहुंचा, तो पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया।

बतातें चले कि शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव के घर पहुंचने से पहले से ही अंतिम संस्कार के लिए गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, पूर्व विधायक शंकर चौधरी, धनेश्वर महतो उर्फ डीएम, अमृतलाल मुंडा, रणंजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू, राजीव जायसवाल के अलावे पंकज महतो, जिला अध्यक्ष रामकुमार यहां पहुचे हुए थे। मृतका के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों के साथ अन्याय किया है। उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की न्यायिक जांच की जाए। और दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। पुत्र सुमंत ने रजरप्पा थाना में दिया आवेदन

इधर मृतका उमानो देवी के पुत्र सुमंत महतो ने रजरप्पा थाना में लिखित आवेदन देकर पुलिस पर अपनी मां के हत्या का आरोप लगाते हुए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। आवेदन के अनुसार कहा गया है कि पिछले 16 अक्टूबर को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान प्रशासन और ग्रामीणों के बीच विवाद उत्पन्न होने पर बाद पुलिस प्रशासन पूरे गांव में गश्ती करने लगे और दहशत पैदा करने लगे। बुधवार रात गश्ती के दौरान मैं और मेरी मां 75 वर्षीय उमानो देवी और मेरी बेटी प्रभा कुमारी सो रही थी कि अचानक 20-25 की संख्या में पुलिसकर्मी मेरे घर के सामने आ गए और मेरे दरवाजे को लात से जोर-जोर से तोड़ने की कोशिश करने लगे। इसी दरम्यान मेरी मां दरवाजा के सामने खड़ी हो गई थी, जैसे ही दरवाजा टूट गया और पुलिस ने लात से मेरी मां को मारने लगे। तभी मेरी मां की मृत्यु पुलिस के मारने के कारण हो गई है। घटना के पूरे मामले को लेकर होगी बैठक

पुलिस प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया है कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान जो घटना घटी थी उस घटना में पुलिस कोई भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं करेगी। वही इस मामले को लेकर •ालिा के उपायुक्त, पुलिस अधिक्षक, चितरपुर बीडीओ, सीओ एवं ग्रामीण और राजनीतिक दलो के मौजूदगी में बैठक कर बात किया जाएगा।

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