रामगढ़ कालेज में इंटरमीडिएट के विज्ञान संकाय में होगा नामांकन शुरू : कुलपति
संवाद सहयोगी रामगढ़ इंटरमीडिएट के विज्ञान संकाय में रामगढ़ महाविद्यालय में नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : इंटरमीडिएट के विज्ञान संकाय में रामगढ़ महाविद्यालय में नामांकन प्रक्रिया आरंभ करने को लेकर आजसू छात्र संघ का संघर्ष और आंदोलन सफल रहा। अब रामगढ़ कालेज में इंटरमीडिएट के विज्ञान संकाय में नामांकन शुरू हो जाएगा। नामांकन को लेकर मारपीट से लेकर आंदोलन तक हुआ। इसके बाद आंदोलन के विभिन्न चरणों बाद अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा कालेज प्रशासन व आजसू छात्र संघ के बीच मध्यस्थता कर जारी गतिरोध पर विराम लगाया। बाद में एसडीओ के पहल पर कालेज प्रबंधन के पदाधिकारी व संघ का प्रतिनिधि मंडल विश्वविद्यालय कुलपति के साथ सोमवार को त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई। वार्ता में कुलपति डा. मुकुलदेव नारायण ने रामगढ़ कालेज प्राचार्य को इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम के विज्ञान संकाय में नामांकन प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया। इस बाबत कालेज प्राचार्य ने आगामी 20 अक्टूबर को स्टाफ काउंसिल की बैठक आहूत कर इंटरमीडिएट के विज्ञान संकाय में नामांकन को लेकर प्रभारी नियुक्त कर नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की बात कही। इधर नामांकन प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश जारी होने पर छात्रों में हर्ष व्याप्त हो गया है। संघ के विभावि प्रभारी राजेश कुमार महतो ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से जिले के एकमात्र सरकारी कालेज में सैकड़ों छात्र नामांकन कर अध्ययन कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी व समाजसेवी सुनीता चौधरी ने इस ज्वलंत विषय पर गंभीरता दिखाते हुए संज्ञान लिया और नामांकन प्रक्रिया आरंभ करवाने में निर्णायक भूमिका अदा की। मौके पर त्रिपक्षीय वार्ता में कालेज प्रशासन की ओर से प्राचार्य डा. मिथिलेश कुमार सिंह, संघ की ओर से जिप अध्यक्ष ब्रहम्देव महतो, जिला उपाध्यक्ष दिलीप दांगी, विभावि प्रभारी राजेश कुमार महतो, सचिव सुबीन तिवारी, उपाध्यक्ष अनुराग भारद्वाज, नप अध्यक्ष मनोज कुमार मौजूद थे।
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यह था मामला
आजसू छात्र संघ ने रामगढ़ महाविद्यालय में इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम के विज्ञान संकाय में नामांकन को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाकर अल्टीमेटम दिया था। आंदोलन के तहत बीते चार अक्टूबर को तालाबंदी करने पहुंचे छात्र संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई थी। इसमें कई कार्यकर्ता घायल भी हुए थे। इसके बाद स्वयं सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने आंदोलन की कमान अपने हाथों में लेकर कालेज का घेराव कर घटना में शामिल लोगों को ललकारा था। साथ ही चार दिनों के अंदर गिरफ्तारी करने की बात पर आंदोलन को रोका था। उसके बाद एसडीओ ने पहल करते हुए निर्धारित तिथि को कुलपति के साथ बैठक कर मामला निबटाने की बात कही थी।