बगैर खर्च के योग से पाएं उत्तम स्वास्थ्य

संवाद सूत्र भुरकुंडा (रामगढ़) श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में शनिवार को योग के प्रचार-प

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:04 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:04 PM (IST)
बगैर खर्च के योग से पाएं उत्तम स्वास्थ्य
बगैर खर्च के योग से पाएं उत्तम स्वास्थ्य

संवाद सूत्र, भुरकुंडा (रामगढ़) : श्री अग्रसेन स्कूल, भुरकुंडा में शनिवार को योग के प्रचार-प्रसार के लिए ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की अध्यक्षता प्राचार्या नीलकमल सिन्हा ने की। संचालन साधना सिन्हा व नाजरीन परवीन ने किया। वेबिनार में बच्चों व अभिभावकों को योग का महत्व बताया गया। बताया गया कि योग से आत्मविश्वास, ध्यान, एकाग्रता बढ़ती है। शारीरिक लचीलापन आने के साथ मांसपेशियों को मजबूत बनाने में योग बेहद कारगर है। इससे तनाव व नकारात्मक व्यवहार दूर होता है। योग से शारीरिक संतुलन के साथ अच्छी नींद आती है। शैक्षिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने, शांत एवं रिलैक्स रहने में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है। वेबिनार में बच्चों द्वारा योग पर तैयार किये गए पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन, तस्वीर व वीडियो क्लिप शेयर किया गया। इसके माध्यम से ट्रेनर अंकिता अग्रवाल ने योग के विभिन्न आसनों प्राणायाम, बालासन, ताड़ासन, सेतुबंधासन, वृक्षासन, सुखासन, भुजंगासन, धनुराषण, नटराजासन, वीरभद्रासन, उष्ट्रासन आदि की विधि व फायदे बताए। सभी से योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की गई। स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढि़या ने कहा कि योग ऐसी कला है, जिससे हम संपूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते हैं। यह शारीरिक व मानसिक अनुशासन का संतुलन बनाता है। यह तनाव व चिता को भी दूर करने में बेहद कारगर है। योग के विभिन्न आसन शक्ति व आत्मविश्वास का संचार करते हैं। स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोग भी योग को अपनाकर अपने स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं। सबसे बड़ी बात है कि यह एक ऐसी कला है, जिसके पीछे आपको कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है। प्राचार्या नीलकमल सिन्हा ने कहा कि अच्छा स्वास्थ्य प्रत्येक व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है। विभिन्न प्रकार के रोग केवल प्रकृति के नियमों का उल्लंघन करने, अज्ञानता व लापरवाही के कारण होते हैं। जबकि स्वास्थय के नियम बिल्कुल सरल व सहज हैं। योग व प्राणायाम के नियमित अभ्यास से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करना बिल्कुल सरल है। केवल अपनी कुछ गलत आदतों को बदलना पड़ेगा, ताकि शरीर पर रोग का आक्रमण न हो सके। यही वजह है कि आज योग को पूरी दुनिया अपना रही है। हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। वेबिनार के अंत में अंतरराष्ट्रीय धावक मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।वेबिनार को सफल बनाने में श्रीपर्णा गुप्ता, अमित तिवारी, राज गौरव, सोनम खातून आदि का योगदान रहा।

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