केंद्र की नीतियों के कारण किसान कर रहे आत्महत्या : सभा
संवाद सहयोगी रामगढ़ अगस्त क्रांति दिवस पर रविवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय भवन।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : अगस्त क्रांति दिवस पर रविवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय भवन में किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रदर्शन किया गया। नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं। आज किसान विरोधी नीतियों के विरोध में पूरे देश में किसानों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दे रहा है। 300 से अधिक किसान संगठन बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत छोड़ों के नारे के साथ सड़कों पर दिखाई पड़ रही हैं। किसानों को कर्ज माफ करने, सभी किसानों को 10000 प्रति माह प्रोत्साहन भत्ता देने, सभी लोगों को 15 किलो अनाज, एक किलो दाल, एक किलो चीनी, एक किलो तेल, एक किलो नमक, मसाला घर-घर आपूर्ति करने, निशुल्क खाद मुहैया कराने, गैरमजरूआ जमीन की रसीद अविलंब चालू करने, किसान विरोधी तीनों अध्यादेश को वापस लेने आदि कई मांगों के समर्थन में धरना- प्रदर्शन आयोजित की गई है। जिले में भुरकुंडा, पतरातु, बरकाकाना, डाडी, मांडू प्रखंड के कई गांव रामगढ़ के गुरबंदा , दुलमी, गोला, प्रखंड के कई गांव सहित गांव-गांव में किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया। नेताओं ने कहा कि देश में किसान मजदूर छात्र नौजवान इस सरकार से खफा है। लगातार सार्वजनिक कल कारखाने सरकार बेच रही है। लोगों की भावनाओं को भड़का के राजनीतिक लाभ ले रही है। धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। इसीलिए सभी तबके के लोग मोदी सरकार के विरोध में सड़कों पर दिखाई पड़ रहे हैं। धरना प्रदर्शन में महेन्द्र पाठक, मंगल ओहदार, नेमन यादव, मेवालाल प्रसाद, इकबाल मिर्जा, देवकी नन्दन बेदीया, भुवनेश्वर बेदिया, हिरा गोप, राजेन्द्र गोप, शाहिद अंसारी, सफीक अंसारी, एआईवाईएफ के राज्य सचिव विष्णु कुमार , जिला सचिव मनोज महतो, लक्ष्मण बेदीया, सरजू बेदीया, देवानंद गोप आदि मौजूद थे।