एसडीओ ने कृषि विज्ञान केंद्र मांडू का किया निरीक्षण

अनुमंडल पदाधिकारी कृति श्री ने शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र मांडू राम।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 04:58 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 04:58 PM (IST)
एसडीओ ने कृषि विज्ञान केंद्र मांडू का किया निरीक्षण
एसडीओ ने कृषि विज्ञान केंद्र मांडू का किया निरीक्षण

संवाद सूत्र, मांडू : अनुमंडल पदाधिकारी कृति श्री ने शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र मांडू रामगढ़ का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ डीके राघव से केंद्र द्वारा जिले के किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। इसके बाद इसके केंद्र के सभी वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक कर उन्होंने केविके द्वारा किसानों के प्रति किए जा रहे निरंतर कृषि की नई तकनीक सहित कृषि संबंधी समस्याओं तथा उसके निदान की जानकारी ली। इस क्रम में प्रभारी डॉक्टर दुष्यंत कुमार राघव ने उन्हें केंद्र में चल रहे कृषि शोध कार्य, ग्रामीण कृषि मौसम सेवा कार्यक्रम एवं किसान के प्रक्षेत्र में किए जा रहे अग्र पंक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम, टपक सिचाई, समेकित कृषि प्रणाली मॉडल सहित नई तकनीकी द्वारा खेती संबंधित विषयों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस बार खरीफ फसलों में धान की फसल के लिए समय अनुकूल है। उन्होंने इस अनुकूल परिस्थिति में किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए केंद्र द्वारा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय से दो प्रकार के उन्नत धान बीज का प्रबंध करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों में बादाम, अरहर और उरद के बीज भी किसानों के बीच बांटा गया है।

एसडीओ बागवानी देख हुईं प्रभावित

एसडीओ कृति श्री ने केंद्र परिसर में लगे बागवानी का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने आम की उच्च सघन बागवानी, औषधि गार्डन, मत्स्य पालन, बकरी पालन, बत्तख पालन, धान की सीधी बुआई एवं टपक सिचाई द्वारा अमरूद की सघन बागवानी एवं सब्जियों की खेती से रूबरू हुईं। भ्रमण के दौरान एसडीओ ने केंद्र द्वारा किए जा रहे अनुसंधान की सराहना की। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा समय-समय पर कृषि के लिए नई तकनीक एवं खोज किसानों को प्रगति की ओर ले जाने के लिए काफी है। उन्होंने ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के तहत किसानों को मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी सहित कृषि परामर्श बुलेटिन को किसानों के लिए लाभप्रद बताया। मौके पर वैज्ञानिक डॉ इंद्रजीत प्रजापति, डॉ धर्मजीत खेरवार, प्रक्षेत्र प्रबंधक सनी कुमार, मौसम वैज्ञानिक सनी आशीष बालमुचू और मौसम संकलक शशिकांत चौबे उपस्थित थे।

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