सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में कोविड मरीजों को मिल रहा जीवन दान

तरुण बागी /मनोज तिवारी रामगढ़ वैश्विक महामारी कोरोना काल में रामगढ़ जिला की सीसीएल के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 09:15 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 09:15 PM (IST)
सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में कोविड मरीजों को मिल रहा जीवन दान
सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में कोविड मरीजों को मिल रहा जीवन दान

तरुण बागी /मनोज तिवारी, रामगढ़ : वैश्विक महामारी कोरोना काल में रामगढ़ जिला की सीसीएल केंद्रीय अस्पताल नईसराय कोविड मरीजों को जीवन दान मिल रहा है। हालांकि कोरोना के दूसरी लहर में अस्पताल में कोरोना संक्रमितों की लगातार 40 से भी अधिक लोगों की मौत भी हुई है। परंतु सीसीएल मुख्यालय रांची व रामगढ़ जिला प्रशासन के सहयोग से केंद्रीय अस्पताल को संसाधन से लैस करते हुए इसमें कमी लाने का कार्य किया है। जिला प्रशासन ने सीसीएल केंद्रीय अस्पताल को जिले का मुख्य कोविड अस्पताल बनाया है। अस्पताल से कोरोना से संक्रमितों के स्वस्थ होकर अपने घर जाने की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। दूसरी लहर में अभी तक नईसराय अस्पताल में 913 कोविड सक्रंमित मरीज भर्ती हुए। इनमें से 738 स्वस्थ होकर अपने घर चले गए। जबकि बीते दो दिनों से मौत भी किसी की संक्रमित मरीजों की नहीं हुई है। इससे अस्पताल के चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला व उत्साह भी बढ़ रहा है। सीसीएल क्षेत्रीय अस्पताल नईसराय के सीएमओ एडमिनिस्ट्रेशन डा. एन पंडित ने बताया कि वैश्विक महामारी के दूसरी लहर के शुरूआती दौर में अस्पताल में आक्सीजन बेड की कमी थी। जबकि इस दौरान अचानक गंभीर रूप से संक्रमितों की संख्या अस्पताल में ज्यादा पहुंच रहे थे। जिन्हें आक्सीजन स्पोर्ट देने की आवश्यकता अविलंब होती थी। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए सीसीएल हेडक्वार्टर रांची प्रबंधन व रामगढ़ जिला उपायुक्त समेत प्रशासन की टीम ने इस ओर आवश्यक पहल शुरू की। इसके बाद अस्पताल में 60 आक्सीजन युक्त बेड संचालित किया गया। इसमें 60 बेड में हाई फ्लो वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसीट्रेंसी, वाई पाईप मशीन लगाया है। सभी बेड में सेंट्रल पाइप लाइन के माध्यम से 40 जम्बो सिलेंडर से मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है। अस्पताल में संसाधनों में वृद्धि होते ही अस्पताल से मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन के सहयोग से केंद्रीय अस्पताल नईसराय में आसीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया चल रही है। करीब तीन हजार वर्ग क्षेत्र आक्सीजन प्लांट स्थापित होगी। प्लांट में लगाए जाने वाले आधुनिक उपकरणों के माध्यम से वायुमंडल के आक्सीजन को ट्रैपिग कर प्लांट में आक्सीजन को जमा किया जाएगा। यहां से अस्पताल में बनने वाले 100 बेड में सेंट्रल पाइप लाइन से सीधे आक्सीजन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आक्सीजन प्लांट बन जाने के बाद नईसराय अस्पताल कोविड मरीजों समेत जिला व राज्य में एक अलग पहचान बनाएगी। कोविड मरीजों को स्वस्थ करने में अस्पताल चलने वाले तीनों सिफ्टों में 90 लोग लगे हुए है। इसमें एक शिफ्ट में तीन डाक्टर तीन, तीन सिस्टर, तीन वार्ड व्याव व कोविड वार्ड को सैनिटाइजर करने वाले तीन लोग काम करते हैं। इन सबों की ड्यूटी एक सप्ताह की होती है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोविड मरीजों को बेहतर उपचार के साथ उनके खान-पान पर भी विशेष ध्यान रखा जाता है। संक्रमिताों को नास्ते में बेड या पराठा, अंडा, दूध व फल, दोपहर के खाने में ननवेज को चिकन, दाल, दो तरह की सब्जी, चार रोटी व चावल, रात के खाने में ननवेज को अंडा, रोटी, दाल, दो तरह की सब्जी दी जाती है। साथ ही मरीजों को फिलटर युक्त पानी को गर्म कर दी जाती है।

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