संयुक्त राष्ट्र संघ में शुभाशीष ने आवाज की बुलंद

संवाद सूत्र रजरप्पा संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित एक्टिाफी उल्लेखनीय कार्य कर रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 10:16 PM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 10:16 PM (IST)
संयुक्त राष्ट्र संघ में शुभाशीष ने आवाज की बुलंद
संयुक्त राष्ट्र संघ में शुभाशीष ने आवाज की बुलंद

रजरप्पा : संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित एक्टिवेट समिट में बतौर एक्सपर्ट स्पीकर के तौर पर रजरप्पा के शुभाशीष चक्रवर्ती ने अपने भाषण में समाज के अंतिम व्यक्ति को साधने की कोशिश की। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय में शुभाशीष ने करीब 15 मिनट भाषण देकर ना सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश की आवाज को बुलंद किया है।अपने संबोधन के दौरान उन्होंने गांव ग्रामीण और इसके उत्थान पर ही ज्यादातर बातें रखीं। चार दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय में अपना भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक विकास या उत्थान के लिए जितनी भी योजनाएं बनती है, उसका केंद्र बिदु समाज का वह अंतिम व्यक्ति होता है जिसके लिए योजना बनाई जाती है। परंतु उस योजना का लाभ टेढ़े मेढ़े रास्ते के कारण उन तक पहुंचाने की नाकाम कोशिश होती है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए की योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि पूरे विश्व में कम्युनिकेशन के साधन का व्यापक विस्तार हुआ है, इस रास्ते से अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा जा सकता है। इस एक्टिवेट सम्मिट में 40 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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मुम्बई में रहते हैं शुभाशीष , झारखंड के माटी से है लगाव

शुभाशीष चक्रवर्ती का लालन-पालन रजरप्पा में हुआ है। उनके पिता पीके चक्रवर्ती डीएवी रजरप्पा में उप प्राचार्य के तौर पर सेवानिवृत्त होने के बाद पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर मे चले गए। इधर, शुभाशीष फिलहाल आदित्य बिरला ग्रुप के मुंबई में जीएम पद पर कार्यरत है। मुंबई जैसे मेट्रो शहर में रहने के बावजूद झारखंड के माटी से उन्हें काफी प्यार है। समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान और उसके सामाजिक पहचान दिलाने के लिए रांची के सुदूर गांव पांडाडीह के आसपास माटी नामक संस्था बना कर वे ग्रामीण क्षेत्र के लिए काफी उल्लेखनीय कार्य कर रहे है।

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