लॉकडाउन में हुई शादी, अभी तक दुल्हन की नहीं हो सकी विदाई
फोटो 01- अरगडा पंचायत भवन के बाहर टेंट लगाकर मेहमानों के लिए खाना बनाते परिवार के लोग। फोटो 02- टेंट में खाना खाते महिलाएं व पुरूष। फोटो 03- लॉकडाउन में फंसे ओड़िशा व छत्तीसगढ़ के लोग।
तरुण बागी, रामगढ़ : रामगढ़ प्रखंड के अरगडा में लॉकडाउन के दौरान एक युवती की शादी तो हुई लेकिन अभी तक उसकी विदाई नहीं हो सकी है। वहीं आसनसोल (पश्चिम बंगाल) से आए दुल्हा व वधु पक्ष के ओड़िशा के संबलपुर, राउरकेला व टोटलागढ़ तथा छत्तीसगढ़ के रायपुर से आये करीब 70 मेहमान लॉकडाउन के कारण अरगडा में ही फंस गए हैं। दुल्हन के भाई व परिवार के अन्य लोग अतिथियों के सेवा-सत्कार में लगे हैं। अतिथियों को अरगडा स्थित पंचायत सचिवालय में ठहराया गया है। जहां तक संभव हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है। यहीं पर टेंट लगाकर सभी के खाने-पीने का इंतजाम किया जा रहा है। वहीं ओड़िशा व छत्तीसगढ़ के रिश्तेदार भी घर लौटने के लिए बेचैन हो रहे हैं।
बताया गया कि पूर्व सीसीएलकर्मी माइनस क्वार्टर निवासी स्व. राजकपुर जगदल्ला की पुत्री मोनिका उर्फ मोनी की शादी गत 22 मार्च को आसनसोल के नीचुपोड़ा निवासी दासु दीप के पुत्र राकेश दीप के साथ होना तय हुआ था। उस दिन कोरोना वायरस को लेकर देश भर में जनता कर्फ्यू लग जाने के कारण शादी नहीं हो सकी। जनता कर्फ्यू के दिन आसनसोल से किसी तरह बरात के रूप में दुल्हा व पांच लोग काफी देर से अरगडा पहुंचे। जबकि वधु पक्ष के मेहमान 18-19 मार्च को ही अरगडा पहुंच गए थे। दुल्हन के बड़े भाई जयदेव जगदल्ला ने बताया कि इसके बाद 23 मार्च की रात को शादी हुई। 24 मार्च को मंगलवार होने के कारण उस दिन लड़की की विदाई नहीं हो सकी। लेकिन उसी दिन कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा हो गई। लड़का के पिता सहित चार बराती 23 मार्च की रात को आसनसोल चले गए जबकि दुल्हा संग लड़की की विदाई नहीं हो सकी। अब वह सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए सभी मेहमानों की सेवा कर रहे हैं। इसमें परेशानी हो रही है, लेकिन कर्ज लेकर राशन-पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।