रावण दहण के दौरान पुलिस पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 26 लोगों को भेजा जेल
जागरण संवाददाता रामगढ़ रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़कीपोना के केतारी टोला में रावण दहन में जेल भज दिया।
जागरण संवाददाता, रामगढ़ : रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़कीपोना के केतारी टोला में रावण दहण कार्यक्रम को रोकने के दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर जानलेवा हमले कर पुलिस पदाधिकारियों सहित पुलिसकर्मियों को घायल करने के मामले रजरप्पा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। रजरप्पा थाना कांड संख्या 133/2021 के तहत मामले में 71 लोगों को नामजद सहित 200 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद
पुलिस की टीम ने ताबड़तो़ड़ छापेमारी कर दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया है। घटना के बाद एसपी प्रभात कुमार ने खुद मोर्चा के संभालते हुए पूरे गांव में छापेमारी कर 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। रविवार की शाम गिरफ्तार सभी 26 आरोपितों को रामगढ़ जेल भेजा दिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 25 आरोपितों का सदर अस्पताल में कोरोना जांच के बाद जेल भेजा गया है। जबकि एक आरोपित के घायल होने के कारण उसका पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराया जा रहा है। इधर ग्रामीणों के हमले से घायल डीएसपी, थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस कर्मियों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। ग्रामीणों के हमले से रजरप्पा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार के सिर पर गंभीर चोट लगी है।
मामले को लेकर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि केतारी गांव में रावण दहण कार्यक्रम कोविड के नियम के विरुद्ध आयोजित किया गया था। इसे रोकने के लिए मुख्यालय डीएसपी संजीव कुमार मिश्रा व रजरप्पा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार दल बल के साथ वहां पहुंचे थे। उन लोगों ने जब लोगों को मना किया तो गांव वाले शायद योजनाबद्ध तरीके से वहां एकजुट होकर अपना काम कर रहे थे। वहां सभी लोग लाठी और डंडे से लैस थे। जिस स्थान पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित हो रहा था, वहां पहले से ही भारी मात्रा में पत्थर भी रखे गए थे। पुलिस की मौजूदगी उन लोगों को इतनी नागवार गुजरी कि उन लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। जिस तरीके से पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को पीटा गया है, पुलिस की गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया गया है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि ग्रामीण पहले से ही काफी गुस्से में थे। उन्होंने बताया कि रजरप्पा थाने में दर्ज प्राथमिकी में 71 ग्रामीणों को नामजद किया गया है। 200 से अधिक अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसपी के मुताबिक जिस तरीके का मजमा गांव में लगा हुआ था, उसमें आसपास के गांव के लोग भी शामिल थे। गांव में लगातार छापेमारी चल रही है। दर्जनों लोग घर में ताला बंद कर फरार हो चुके हैं। कई घरों में सिर्फ बुजुर्ग मौजूद हैं। इससे इस बाद की पुष्टि होती है कि पुलिस पर हमला करने वालों में उनके स्वजन भी शामिल थे। पुलिस की कार्रवाई से डरकर वे सभी लोग फरार हो चुके हैं। एसपी ने बताया कि मामले में पुलिस भी चुप नहीं बैठने वाली है। जो लोग भी पुलिस पर जानलेवा हमला करने में शामिल थे, उन सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।