दुर्घटना में मौत, 6 लाख रुपये मुआवजा देने की बात पर सड़क से उठा ग्रामीण का शव

उरीमारी के बिरसा में बुधवार की रात हाइवा की चपेट में आकर ग्राम।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:33 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 08:54 PM (IST)
दुर्घटना में मौत,  6 लाख रुपये मुआवजा देने की बात पर सड़क से उठा ग्रामीण का शव
दुर्घटना में मौत, 6 लाख रुपये मुआवजा देने की बात पर सड़क से उठा ग्रामीण का शव

संवाद सूत्र, भुरकुंडा : उरीमारी के बिरसा में बुधवार की रात हाइवा की चपेट में आकर ग्रामीण शांतिलाल मांझी की मौत के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन किया जो गुरुवार को वार्ता के बाद समाप्त हो गया। इसमें मृतक के परिजन को बतौर मुआवजा 6 लाख रुपये देने की बात तय हुई। लगभग 12 घंटे बाद मृतक का शव सड़क से उठाया गया। मालूम हो कि बुधवार की रात लगभग साढ़े नौ बजे हाइवा की चपेट में आकर ग्रामीण शांतिलाल मांझी की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने नौकरी व मुआवजे की मांग को ले न्यू बिरसा परियोजना का उत्पादन व ट्रांसपोर्टिंग कार्य ठप कर दिया था। आंदोलन में पंकज हेम्ब्रोम, विजय सोरेन, अजय मरांडी, अजय बेसरा, रमेश हंासदा, देवी लाल सोरेन, सुखराम बेसरा, रीमा किस्कु, योंगा किस्कु, रिकू किस्कु सहित दर्जनो ग्रामीण शामिल थे। गुरूवार की सुबह घटना स्थल पर ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए त्रिपक्षीय वार्ता हुई। जिसमें हाइवा मालिक द्वारा मृतक के आश्रित को छह लाख रूपया मुआवजा देने की घोषणा के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया। लगभग 12 घंटे तक उत्पादन व ट्रांसपोर्टिंग ठप रहने के कारण प्रबंधन को करोड़ो का नुकसान हुआ है। बताया जाता है कि बुधवार की रात्रि करीब साढे नौ बजे पोटंगा बरटोला निवासी सह विस्थापित शांति लाल मांझी पारगढा पुर्नवास स्थल से आवास का निर्माण कार्य खत्म कर अपने बरटोला स्थित घर साइकिल से लौट रहा था। इसी क्रम मे न्यू बिरसा परियोजना ट्रांसर्पोटिग रोड में कोयला लोड करने आ रही हाईवा ने उसे कुचल दिया था। घटना के बाद चालक व उपचालक फरार हो गए थे। वार्ता के बाद उरीमारी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया है। वार्ता मे प्रबंधन की ओर से बिरसा पीओ पीके सिन्हा, खान प्रबंधक रामेश्वर मुंडा, सुरक्षा पदाधिकारी श्याम सुंदर प्रसाद, उरीमारी ओपी प्रभारी धनंजय प्रजापति, पार्षद संजीव बेदिया और ग्रामीणो मे सोना राम मांझी, संजय करमाली, मोहन सोरेन, जीतन मुंडा, सुरज बेसरा, विनोद हेम्ब्रोम सहित अन्य लोग शामिल थे। मृतक अपने पीछे पत्नी गुड़िया देवी व चार बच्चे सहित भरापूरा परिवार छोड़ गया है। उसके निधन पर बरटोला में मातम का माहौल है। और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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