गिद्दी अस्पताल चैक स्थित कालोनी की नाली जाम घरों में घुस रहा है गंदा पानी

संवाद सूत्र गिद्दी (रामगढ़) देश की मिनी रत्न की उपाधि पानी वाली कंपनी सीसीएल की मजदूर कालोली में नाली जाम।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 09:10 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 09:10 PM (IST)
गिद्दी अस्पताल चैक स्थित कालोनी की नाली जाम
घरों में घुस रहा है गंदा पानी
गिद्दी अस्पताल चैक स्थित कालोनी की नाली जाम घरों में घुस रहा है गंदा पानी

संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : देश की मिनी रत्न की उपाधि पानी वाली कंपनी सीसीएल की मजदूर कालोनी की हालत बेहाल है। कालोनी के क्वार्टरों में प्रवेश कर रहा गंदी पानी व जाम होने के कारण क्वार्टर के पीछे बजबजा रही नाली स्वस्थ भारत मिशन को भी चिढ़ा रही है। सीसीएल कर्मी प्रत्येक वर्ष कोयला का लक्ष्य प्राप्त करने में जी-जान लगा देते हैं। लेकिन इसके बदले मजदूरों को बुनियादी सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। हालात यह है कि क्वार्टर के पीछे की बजबजा रही नाली व गंदा पानी घर में घुसने से कर्मियों को कई तरह के संक्रामक बीमारी फैलने का डर सता रहा है। इस संबंध में कॉलोनी में रहने वाले सीसीएल कर्मियों ने एक हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र नौ फरवरी व 25 फरवरी 2021 को गिद्दी पीओ को देने के साथ-साथ अरगडा जीएम, सचिव सह प्रबंध निदेशक, रांची, स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री झारखंड को भी पत्र भेजा है। सीसीएल कर्मी मिठाईलाल साव, विनोद सिंह, योगेश तिवारी, विश्वजीत आस, नागेंद्र सिंह, अंजुमती पुष्पा कच्छप, आलोक रंजन, बिराजमनी गुड़िया, संतोष दास ने पत्र में कहा है कि गिद्दी अस्पताल चैक स्थित क्वार्टर नंबर वनसीआर 1 से वनबीआर 107 तक क्वार्टर के पीछे का नाली सालों से मरम्मत नहीं होने कारण पूरी तरह से टूट चुका है। नाली टूट जाने से क्वार्टरों की पानी व पीछे के कचड़े से नाली पूरी तरह से जाम होकर बंद हो गई है। जबकि आगे क्वार्टर में रहने वाले लोग नाली को बंद कर रख दिया है। इस कारण नाली की गंदी पानी का निकासी बंद हो गया है। नाली की गंदी पानी का निकासी नहीं होने के कारण गंदा पानी उक्त घरों के आंगन में हमेशा जमा रहता है। साथ ही गंदे पानी क्वार्टरों के आंगन में होने के कारण उसके बदबू से घर वाले परेशान है। नाली के बजबजाने व गंदी पानी के दुर्गंध से प्रबंधन को महामानी फैसले की आशंका जताया है। कर्मियों ने बताया कि पत्र देने के बाद प्रबंधन द्वारा नाली निर्माण की ओर कोई पहल नहीं होने के बाद दुबारा 25 फरवरी को पत्र संबंधित लोगों को दिया। इसमें कहा गया कि नौ फरवरी को दिए गए आवेदन में कोई पहल नहीं होने के कारण महामारी फैलने का डर सता रहा है। आए दिन नाली जाम होने के कारण जानवर फंस कर मर जा रहे हैं। जानवर मरने के बदबू से भी लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो जा रहा है। कर्मियों ने सीसीएल प्रबंधन से स्वस्थ भारत मिशन व कर्मियों के स्वास्थ्य को देखते हुए नाली निर्माण कर बदबू व घरों में घुस रहे गंदे पानी से छुटकारा दिलाने की मांग की है।

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