क्यूलेक्स मच्छरों से फैलता है जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी मच्छरों के काटने से फैलता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 07:04 PM (IST)
क्यूलेक्स मच्छरों से फैलता है जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी
क्यूलेक्स मच्छरों से फैलता है जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी मच्छरों के काटने से फैलता है। यह बीमारी वायरल संक्रमण क्यूलेक्स मच्छर के काटने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जापानी बुखार से पीड़ित मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाता है। कारण कि मरीज को आक्सीजन मास्क की जरूरत पड़ती है। उक्त बातें पलामू सिविल सर्जन डा अनिल कुमार सिंह ने कही। वे शुक्रवार को जापानी इंसेफ्लाइटिस से बचाव के लिए सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बीमारी में मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है। जापानी बुखार का पलामू में वैक्सीन उपलब्ध है। पहला टीका नौ माह व दूसरा 16 से 24 माह पर दिया जाता है। जिला मलेरिया पदाधिकारी डा एमपी सिंह ने कहा कि इस बुखार से बचने के लिए बरसात के दिनों में पूरे शरीर को ढककर रखें। रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। जल जमाव न होने दें। पानी ढंक कर रखें। रिसोर्स पर्सन डा मृत्युंजय मेहता ने कहा कि जेई बुखार में तेज बुखार आता है। गर्दन में अकड़न होती है।सिरदर्द होता है। बुखार आने पर घबराहट होती है। ठंड के साथ-साथ कंपकंपी आती है। कभी-कभी मरीज कोमा में भी चला जाता है और पैरालाइसिस की भी संभावना रहती है। मलेरिया निरीक्षक पंकज किशोर विश्वकर्मा ने कहा कि बरसात और उमस भरी गर्मी वाले बरसात में साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए। सप्ताह में एक दिन सूखा दिवस के रूप में मनाएं। कूलर, गमले व नमी वाले स्थानों पर कम से कम सप्ताह में एक दिन सफाई जरूर करें। प्रशिक्षण में डीपीएम दीपक कुमार, डीपीसी अभिषेक आनंद, एसटीटी बीरेंद्र पासवान, धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।

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