लेस्लीगंज के पूर्णाडीह में हाथियों का आतंक शुरू, भय के साए में ग्रामीण

राजीव रंजन नीलांबर पीतांबरपुर (पलामू) नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड के पूर्णाडीह में हाथि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 06:36 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 06:36 PM (IST)
लेस्लीगंज के पूर्णाडीह में हाथियों का आतंक शुरू, भय के साए में  ग्रामीण
लेस्लीगंज के पूर्णाडीह में हाथियों का आतंक शुरू, भय के साए में ग्रामीण

राजीव रंजन, नीलांबर पीतांबरपुर (पलामू): नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड के पूर्णाडीह में हाथियों का आतंक फिर से शुरू हो गया है। गुरुवार की रात में पूर्णाडीह के झरना टोला में हाथियों का झुंड पहुंचा। इसके पहले बुधवार की रात यह झुंड पूर्णाडीह, सीताडीह व झरना टोला गांव में पहुंचा था। हाथियों के इस झुंड ने किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। रात में तीन जंगली हाथी गांव में घूसकर फसल को नष्ट कर रहे हैं । ऐसी स्थिति में शाम होते ही हाथियों केआने का भय गांववासियों को सताने लगता है। पिछले चार वर्षों से फसल के सीजन में हाथियों की मार किसानों को झेलनी पड़ रही है। बावजूद वन विभाग हाथियों को भगाने का कोई सार्थक पहल नहीं करता है। फसल के नुकसान का मुआवजे तक किसानों को नहीं दिया है। यही कारण है कि वन विभाग के प्रति किसानों में काफी नाराजगी है। इन दिनों पूर्णाडीह, सीताडीह, झरना व झगरपुर के ग्रामीण हाथियों के भय के साए में जी रहे हैं। गुरुवार को हाथियों को यह झुंड बेतला जंगल रेंज से गुरियादामर होते मलय नदी पार कर पूर्णाडीह गांव के झरना टोला पहुंचा। यहां राजेश राम, बहादुर राम, देवेंद्र राम, सुरेश राम, पृथ्वी राम, भोला राम, मुख लाल सिंह, अजय सिंह, सीता राम मांझी समेत अन्य किसानों का लगभग तीन एकड़ में लगी धान की फसल को बर्बाद कर दिया। इसके बाद यह झुंड झगरपुर होते हुए झुरहा देवस्थान तक गया। इसके बाद पूर्णाडीह होते शुक्रवार की सुबह करीब 4-5 बजे गुरियादामर की तरफ लौट गया। इस दौरान एक बार फिर सुनील सिंह, अखिलेश भुइंया, रामधनी भुइयां, राजेश सिंह, दिलीप सिंह, अभिषेक सिंह आदि किसानों के मक्के का फसल को बर्बाद किया है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

बाक्स: फोटो 01 डीजीजेएम 12,

कैप्शन: अजय सिंह गांव में हाथियों के आने से अफरा तफरी मच जाती है। कुछ लोग हिम्मत जुटाकर जंगली हाथी को लुकवारी दिखा कर भगाने का प्रयास करते है। सुबह होते ही जंगली हाथी गुरियादामर जंगल की ओर चले जाते हैं। बीते वर्ष वन विभाग को सूचना दी गई थी। लेकिन विभाग के कोई भी पदाधिकारी गांव में नहीं पहुंचे थे।

-अजय सिंह, झरना टोला, पूर्णाडीह,नीलांबर पीतांबरपुर। बाक्स: फोटो: 01 डीजीजेएम 13

कैप्शन:सुनिल कुमार सिंह

हाथी के कारण कई एकड़ भूमि लगा फसल नष्ट हो चुका है। हाथियों से ज्यादा ग्रामीण को वन विभाग से डर लगता है। क्योंकि पिछली बार शिकायत पर एक वन कर्मी के द्वारा गांव के लोग पर ही उल्टा मुकदमा दर्ज करा दिया गया। ताकि वह हाथी को भगाने से काम से बच सके। अब किसान एकजुट होकर वन कार्यालय का घेराव करेंगे

-सुनील कुमार सिंह, किसान, पूर्णाडीह, नीलांबर पीतांबरपुर। बाक्स: 01 डीजीजेएम 15

कैप्शन: राहुल सिंह

हाथियों से पूर्व इस गांव में बंदर व नीलगायों ने फसल को नष्ट किया है। बावजूद वन विभाग ने अब तक इस पर कोई सार्थक पहल नहीं की है। विभागीय उदासीनता के कारण किसान खेती करना बंद कर रहे हैं। कई किसान हिम्मत जुटाकर खेती किए हैं तो फिर से हाथियों का आतंक शुरू हो चुका है

राहुल सिंह, पूर्णाडीह, झरना टोला

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