पलामू में लग रहा आक्सीजन प्लांट, पीआइसीयू बनकर तैयार

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्व

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 07:12 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:12 PM (IST)
पलामू में लग रहा आक्सीजन प्लांट, पीआइसीयू बनकर तैयार
पलामू में लग रहा आक्सीजन प्लांट, पीआइसीयू बनकर तैयार

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। एमआरएमसीएच में पीसीए के तहत आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। इससे तीन सौ बेडों तक सीधे आक्सीजन की आपूर्ति होगी। इसी तरह मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल में 30 बेड का पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट) वार्ड बनाया गया है। इसमें सभी अत्याधुनिक उपकरणों की स्थापना भी की जाएगी। पेडियाट्रिक वार्ड में बच्चों को लुभाने वाली पेंटिग्स का कार्य कराया जा रहा है। साथ ही यहां बच्चों को खेलने के लिए खिलौनों का भी इंतजाम रहेगा। इसके अलावा जिले भर के दो अनुमंडलीय अस्पताल, आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 54 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में भी संक्रमितों का उपचार कराने संबंधित तैयारियां की जा रही हैं। सभी जगहों पर आक्सीजन की उपलब्धता होगी।

बाक्स..

हाई फ्लो नेजल कैनुला मशीन से होगा कोरोना मरीजों का उपचार

: कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर में संक्रमितों का उपचार हाई फ्लो नेजल कैनुला से उपचार होगा। लिए सरकार की ओर से पलामू को 10 अदद हाई फ्लो नेजल कैनुला मशीन की आपूर्ति हुई है। इससे प्रति घंटा 60 लीटर तक मरीज को आक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। यह मशीन जीवन रक्षक की भूमिका निभाएगी। यह मशीन एमआरएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में इंस्टाल हुई है। बाक्स..

दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी बनी थी परेशान का सबब

: पिछले दो वर्ष में आई कोरोना संक्रमण की दो लहरें पलामू के 110 जिदगी लील चुकी हैँ। अब तीसरी लहर की आने की चर्चाएं तेज हैँ। हालांकि संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए विभागीय स्तर पर पलामू में तैयारियां भी चरम पर है। बावजूद अधिकारियों के शिकन पर चिता की लकीरें साफ झलक रही हैं। दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी के कारण अफरा-तफरी का माहौल था। इससे निपटने के लिए आक्सीजन प्लांट आदि लगाए जा रहे हैं। कोट

कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए शहर से लेकर गांव तक तैयारियां की जा रही हैं। एमआरएमसीएच में आक्सीजन प्लांट, 30 बेड का पीआइसीयू आदि बनाया गया है। सीएचसी व एचडब्ल्यूसी में भी संक्रमितों का उपचार होगा।

डा. अनिल कुमार सिंह, सिविल सर्जन, पलामू।

chat bot
आपका साथी