सादगी व त्याग के प्रतिमृर्ति थे राजेंद्र बाबू

बाटम देश के प्रथम राष्ट्रपति की मनी जयंती प्रशासनिक स्तर पर कार्यक्रम नहीं होना दुर्भाग्यपूण

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:14 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:14 PM (IST)
सादगी व त्याग के प्रतिमृर्ति थे राजेंद्र बाबू
सादगी व त्याग के प्रतिमृर्ति थे राजेंद्र बाबू

बाटम

देश के प्रथम राष्ट्रपति की मनी जयंती

प्रशासनिक स्तर पर कार्यक्रम नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

फोटो 03 डालपी 19

कैप्शन: प्रतिमा के समक्ष श्रद्धा सुमन अर्पित करते लोग

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) देशरत्न डा. राजेन्द्र प्रसाद सेवा संस्थान द्वारा शुक्रवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेंद्र प्रसाद की 137वी जयंती समारोह का आयोजन किया गया । इसे लेकर संस्थान के लोगों ने छह मुहान चौक पर प्रथम राष्ट्रपति की प्रतिमा पर माल्यपर्ण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवा संस्थान के अध्यक्ष सतीश चंद जौरिहार ने की। मौके पर संयोजक अभय वर्मा ने झारखंड सरकार व जिला प्रशासन के द्वारा इस महान विभूति के जयंती पर कोई भी कार्यक्रम का आयोजन नही करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। स्वतंत्रता सेनानी स्व. यदुवंश सहाय के पौत्र श्री विनित कुमार ने कहा कि डा. राजेंद्र प्रसाद सादगी की प्रतिमूर्ति थे। गरीबी व अभाव में बचपन गुजारने के बाद भी उन्होनें अपनी शिक्षा व ज्ञान से देश के सर्वोच्च पद को प्राप्त किया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि देशरत्न डा. राजेंद्र प्रसाद के विचारों को हमें देश की नई पीढी तक पहुंचानी चाहिए। भाजपा नेता अविनाश वर्मा ने डा. राजेंद्र प्रसाद की सादगी व सेवा भाव से सबक लेने का आहवान किया। नगर निगम के उप महापौर मंगल सिंह ने प्रतिमा माल्यार्पण किया। मौके पर राकेश सिन्हा, राजन सिन्हा, अमित सहाय, सूर्यनेश्वर प्रसाद, नवीनचंद कुमार, गोपालकृष्ण वर्मा, अजय कुमार वर्मा, नवल सहाय, ज्ञान कुमार, मुकेशचंद्र वर्मा, अमीत कुमार, राजीव कुमार राजू, रमेश प्रसाद, सुमित कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, सतेंद्र मिश्रा, आशु मिश्रा सहित कई लोग उपस्थित थे।

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