तुलसी की खेती से समृद्ध होंगे पलामू के किसान

लीड--------------- जागरण विशेष पारंपरिक खेती से हटकर मुनाफा कमाने के लिए नई तकनीक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:07 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:07 PM (IST)
तुलसी की खेती से समृद्ध होंगे पलामू के किसान
तुलसी की खेती से समृद्ध होंगे पलामू के किसान

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जागरण विशेष

पारंपरिक खेती से हटकर मुनाफा कमाने के लिए नई तकनीक की खेती अपना रहे किसान फोटो : 30 डीजीजे 06

कैप्शन : पलामू के हुसैनाबाद में तुलसी की खेती दिखाते किसान। संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू ) : पलामू कम बारिश का क्षेत्र है। ऐसे में वर्षा आधारित धान, गेहूं जैसे परंपरागत फसलों से अलग पलामू के किसान वैकल्पिक व संभानाओं वाली खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। पलामू प्रमंडल के किसानों में वैकल्पिक खेती की ओर रुझान बढ़ा है। इसी का परिणाम है कि किसान तुलसी जैसे औषधीय फसलों की खेती में जुटे हैं। तुलसी की खेती हुसैनाबाद प्रखंड अंतर्गत दंगवार, डुमरहाथा के किसानों ने की है। यहां के 20 किसानों ने अपनी 10 एकड़ से अधिक की भूमि पर तुलसी की खेती प्रारंभ की है। इसका फसल भी तैयार हो चुकी है। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी की खेती किसानों को व्यवसायिक ²ष्टिकोण से मजबूत बनाएगी और किसानों के लिए समृद्धि का द्वार खुलेगी। पहली बार में ही तुलसी की अच्छी खेती देखकर किसानों में काफी उत्साह है। किसान प्रियरंजन सिंह ने बताया कि बीर कुवंर सिंह कृषक सेवा सहकारी समिति लिमिटेड डुमरहाथा के बैनर तले तीन हजार रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम बीज केन्द्रीय औषधीय सुगंधित संस्थान, लखनऊ से लाया गया और काला तुलसी की खेती प्रारंभ की गई। बीज लाने के बाद उसकी नर्सरी तैयार की गई और करीब एक माह बाद खेतों में उसका रोपण किया गया। तुलसी की खेती से जुड़े व वीर कुंवर सिंह कृषक सेवा सहकारी समिति लिमिटेड, डुमरहाथा के अध्यक्ष प्रियरंजन सिंह एवं जितेंद्र सिंह, अभिमन्यु सिंह, विजय सिंह, अजय, अशोक सिंह, अशोक मिस्त्री संजय पाठक, रामाधार पाल, रंजीत पाल, कृष्णा मेहता, सिकंदर सिंह आदि किसानों ने बताया कि धान, गेंहू आदि अन्य दूसरी फसलों को मवेशी व नीलगाय से नष्ट होने के कारण उसे घेरान आदि लगाकर इसकी सुरक्षा की जरुरत पड़ती है। बाक्स..पलामू में काला तुलसी, पिपरमिट आदि औषधीय पौधों की खेती का फैलाव होने से इस क्षेत्र की आर्थिक दशा सुधरेगी। किसानों को ज्यादा आमदनी होगा, जिससे पलायन रुकेगी और किसानों के जीवन स्तर में सुधार होगा। बड़े पैमाने पर इसकी खेती होने से इससे संबंधित उद्योग भी लगेंगे और बाजार को भी बढ़ावा मिलेगा। पलामू के हुसैनाबाद प्रखंड क्षेत्र के किसान लखनऊ से बीज प्राप्त कर इसकी खेती प्रारंभ की। जटाशंकर चौधरी, आयुक्त, पलामू प्रमंडल। बाक्स..पहली बार औषधीय पौधे तुलसी की खेती हुसैनाबाद के किसानों ने प्रारंभ की है। जिला प्रशासन ऐसे वैक्लिपक खेती को बढ़ावा देगी। इससे जुड़े किसानों की समस्या दूर की जाएगी और उनकी आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा। हुसैनाबाद में जिला प्रशासन की ओर से आयल एक्सट्रेक्शन प्लांट स्थापित की गई है। इसके संचालन की जिम्मेदारी भी वहीं के किसानों को दी गई है।

शशि रंजन, डीसी, पलामू।

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