एएनएम को मिला नवजात शिशुओं की देखभाल का प्रशिक्षण

चार दिनों में जिले की तमाम एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण एएनएम स्कूल प्रशाल में मां कार्यक्रम का

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 07:03 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 07:03 PM (IST)
एएनएम को मिला नवजात शिशुओं की देखभाल का प्रशिक्षण
एएनएम को मिला नवजात शिशुओं की देखभाल का प्रशिक्षण

चार दिनों में जिले की तमाम एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण एएनएम स्कूल प्रशाल में मां कार्यक्रम का प्रशिक्षण शिविर संपन्न फोटो : 28 डालपी 13

कैप्शन : मेदिनीनगर स्थित एएनएम स्कूल में प्रशिक्षण प्राप्त एएनएम को प्रमाण पत्र देतीं दायें प्रशिक्षिका चंचला कुमारी। संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू ) : स्वास्थ्य विभाग की ओर से मा कार्यक्रम के तहत आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का रविवार को समापन हो गया। मेदिनीनगर के मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल में इसका आयोजन हुआ था। जिले भर की एएनएम को नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल से संबंधित जानकारियां दी गई। बतौर प्रशिक्षक आरबीएसके के मेडिकल आफिसर डा राजेश केशरी, डा आनंद और जीएनएम चंचला कुमारी मौजूद थी। मा कार्यक्रम (मदर एक्सलूट एफेक्शन) के उद्देश्य से तमाम लोगों को रूबरू कराया गया। डा राजेश ने कहा कि एएनएम प्रशिक्षण के दौरान बताए जाने वाले तरीकों को अपने-अपने सेंटरों पर अपनाएं। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रसूता और नवजात शिशुओं को दें। प्रशिक्षकों ने बच्चा जन्म होने के बाद देखभाल से संबंधित जानकारी दी। साथ ही दो साल के भीतर नवजात शिशु के बेहतर ग्रोथ का गुर सिखाया। स्तनपान की जानकारी दी जा रही है। कंगारू मदर केयर में छाती से सटाकर गर्म रखने का तरीका भी बताया जा रहा है। प्रशिक्षकों ने कहा कि नवजात शिशुओं को मां नियमित स्तनपान कराएं। इसके कई फायदे हैं। लगातार कंगारू मदर केयर करें। बच्चे को छाती से लगाकर गर्माहट दें। समापन समारोह के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी एएनएम को प्रशिक्षकों ने प्रमाण पत्र दिया। प्रशिक्षकों ने कहा कि नवजात शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए विभागीय स्तर पर अभियान चल रहा है। शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इसके लिए एएनएम समेत संबंधित टीम को गुणवत्तायुक्त सेवा देने की जरूरत है। बताया कि इसी विषय को लेकर लगातार चार दिनों पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गई है।

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