कबड्डी में राष्ट्रीयस्तर पर जलवा दिखा चुकी हैं पलामू की बेटियां

लीड--------------- खेल दिवस पर विशेष दो दर्जन से अधिक बेटियां नेशनल प्रतियोगिता में ले चुकी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 06:23 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 06:23 PM (IST)
कबड्डी में राष्ट्रीयस्तर पर जलवा दिखा चुकी हैं पलामू की बेटियां
कबड्डी में राष्ट्रीयस्तर पर जलवा दिखा चुकी हैं पलामू की बेटियां

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खेल दिवस पर विशेष दो दर्जन से अधिक बेटियां नेशनल प्रतियोगिता में ले चुकी है भाग

सरकार करे सहयोग तो राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगा मान मुर्तजा, मेदिनीनगर (पलामू) : नेता हो या अधिकारी। खेल से जुड़े समारोह में सभी का भाषण झूठा साबित होता है। कहते हैं कि खेल को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद किया जाएगा। लेकिन यह भाषण महज जुमले तक ही सीमित रहता है। तभी तो कबड्डी के क्षेत्र की धाकड़ बेटियों की प्रतिभाएं उदासीनता के कारण कुंठित हो रही हैं। पलामू की बेटियों में कबड्डी के प्रति एक अलग जुनून है। शायद यही कारण है कि यहां की दो दर्जन से अधिक बेटियां विभिन्न नेशनल प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। विभिन्न नेशनल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर खेल कबड्डी में पलामू की बेटियां जिले का मान बढ़ा रही हैं। इसमें वंदना कुमारी, शोभा कुमारी, रूबी कुमारी, ज्योति रानी, राधा कुमारी, ललिता कुमारी, निधि उपाध्याय, लक्ष्मी कुमारी, स्नेहलता कुमारी, अर्चना कुमारी, जूही सिंह, अफसा परवीन, वीणा कुमारी, कुसुम कुमारी, रूबी कुमारी, प्रिया राज, नेहा राज, नूरजहां परवीन व गंगा कुमारी समेत दो दर्जन बेटियों का नाम शामिल है। यह बेटियां अनेक इंटर स्टेट कबड्डी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। हालांकि कबड्डी के लिए सरकारी स्तर पर किसी तरह का कोई इंतजाम तक नहीं है। बालिका खिलाड़ियों के भीतर सीमित संसाधन के बावजूद देश फतह करने का जज्बा है। बाक्स.. खिलाड़ियों ने कहा- नहीं मिलता कोई सरकारी मदद मेदिनीनगर : नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में भाग ले चुकी पलामू की बेटियों ने अपना दर्द बयां किया। कबड्डी की बालिका खिलाड़ी निधि उपाध्याय, अफशा परवीन, सिमरन पांडेय आदि ने बताया कि सरकार की ओर से किसी तरह की सुविधाएं नहीं दी जाती है। निजी खर्च पर ही प्रतियोगिताओं में भाग लेना पड़ता है। जिला में संचालित डे-बोर्डिंग को भी बंद कर दिया गया है। कहा कि अगर सरकारी स्तर पर अपेक्षित सहयोग मिले तो यहां की बेटियां देश व विदेशों में प्रतिभा का लोहा मनवाने में सफल रहेंगी। बाक्स..2015 से बंद है डे-बोर्डिंग सेंटर मेदिनीनगर : खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार स्तर पर पलामू में डे बोर्डिंग सेंटर की स्थापना की गई थी। बालक व बालिका वर्ग के चयनित 20-20 खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि मुहैया कराया जाता था। इस कारण खिलाड़ियों में खेल के प्रति उत्साह व उमंग का माहौल रहता था। कारण कि अधिकारी खिलाड़ी आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि वर्ष 2015 के बाद पलामू में डे बोर्डिंग सेंटर बंद है। खिलाड़ियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी मुहैया नहीं कराई जा रही है। कबड्डी के कार्यरत प्रशिक्षक का भी वर्षों पूर्व तबादला हो चुका है। बाक्स..नेशनल चैंपियनशिप में उप कप्तान रही हैं सिमरन फोटो : 28 डालपी 21 कैप्शन : सिमरन पांडेय मेदिनीनगर : मेदिनीनगर के रेड़मा श्रीराम पथ निवासी मनोज कुमार पांडेय की पुत्री सिमरन पांडेय 45वां जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में झारखंड टीम की ओर से कबड्डी खेली थी। कोलकाता में आयोजित चैंपियनशिप में सिमरन झारखंड टीम की उप कप्तान थीं। बाक्स..नेशनल चैंपियन रह चुकी हैं निधि फोटो : 28 डालपी 20 कैप्शन : निधि उपाध्याय मेदिनीनगर : अघोर आश्रम रोड निवासी कृष्ण मुरारी उपाध्याय की पुत्री निधि उपाध्याय देश भर में 12 वर्षों के विभिन्न विभिन्न नेशनल प्रतियोगिताओं का हिस्सा रहीं हैं। 2009 में बिहार में संपन्न नेशनल चैंपियनशिप में निधि उपाध्याय झारखंड टीम की कप्तान थीं और उन्होंने नेशनल चैंपियनशिप में फतह हासिल की थी। वे बताती हैं कि 2008 से पलामू में डे बोर्डिंग के माध्यम से कबड्डी खेलती रहीं हैं। विभिन्न इंटर डिस्ट्रिक्ट और इंटर स्टेट चैंपियनशिप में बतौर कप्तान, उप कप्तान, खिलाड़ी और कोच भागीदारी निभा चुकी हैं। फिलहाल वह हैदराबाद कबड्डी खेल में छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स कर रही हैं। लक्ष्य है कि इंटरनेशनल में वह अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा सकें। बाक्स..राज्य स्तरीय प्रतियोगिता अपने नाम कर चुकी है अफशा

फोटो : 28 डालपी 22 कैप्शन : अफशा परवीन मेदिनीनगर : मेदिनीनगर के पहाड़ी मुहल्ला निवासी मो शकील खां की पुत्री अफशा परवीन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता अपने नाम कर चुकी हैं। 2019 में दुमका में आयोजित राज्य स्तरीय कबड्डी चैपियन में पलामू टीम विजेता रही थी। अफशा उस टीम की कप्तान थीं। इसके अलावा चार बार झारखंड टीम का हिस्सा बनकर नेशनल चैंपियनशिप खेल चुकी हैं। हालांकि इसमें सफलता अर्जित नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में आयोजित अंडर 17 एसडीएफआई चैंपियनशिप, ओडिशा के कटक में 2018 के आयोजित जूनियर नेशनल चैंपियनशिप, पटना में 2019 के आयोजित सीनियर चैंपियनशीप और 2019 में ही पटना में आयोजित अंडर 19 नेशनल चैपियनशिप में वे झारखंड टीम से खेल चुकी हैं।

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