पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा मलय डैम त
आयुक्त ने मलय डैम व बंद मुरमा ग्रेफाइट माइंस का किया निरीक्षण वोटिग की व्यवस्था के लिए लाइस
आयुक्त ने मलय डैम व बंद मुरमा ग्रेफाइट माइंस का किया निरीक्षण वोटिग की व्यवस्था के लिए लाइसेंस निर्गत करने का दिया निर्देश संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : मलय डैम को पर्यटन के रूप में विकसित होने से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराकर स्वालंबी बनाया जाएगा। स्थानीय लोगों के सहयोग से यहां हेचरी लगाकर मत्स्य बीज तैयार करने की पद्धति विकसित की जानी चाहिए। यह बातें प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कही है। वे बुधवार को मलय डैम का निरीक्षण के बाद लोगों से मुखातिब थे। कहा कि पर्यटकों की सुविधा हेतू डैम में तैराक की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए स्थानीय तैराकों को एनडीआरएफ की टीम द्वारा प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। उन्होंने डैम के समीप बंद पड़े मुरमा ग्रेफाइट माइंस का भी निरीक्षण किया। साथ ही ग्रेफाइट खनिज के उत्खनन की जानकारी ली। मलय डैम के निरीक्षण के दौरान मत्यजीवी समिति के सदस्यों को हेचरी बैठाकर मत्स्य बीज तैयार करने का निदेश दिया। इसके लिए उन्होंने मौके से ही मत्स्य विभाग के निदेशक से दूरभाष पर बात कर मलय डैम में हेचरी लगाने संबंधी तत्काल पहल करने की बातें कही। आयुक्त ने डैम में वोटिग की व्यवस्था के लिए लाइसेंस लेने का निदेश दिया।
आयुक्त ने सिचाई विभाग के अभियंता से डैम, कैनाल सहित आउटलेट के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। अभियंताओं को डैम व कैनाल की मरम्मति सहित डैम साइड की झाडियों की सफाई भी करवाने का निदेश दिया। मौके पर सिचाई विभाग के अभियंता मुकुंद उरांव, हृदय कुमार, अफरोज आलम, लव कुमार, अंकुर जैन, चंद्रशेखर दास, पंकज कुमार, कमला आदित्य कंस्ट्रक्शन के चंदन सिंह, मत्स्यजीवी समिति के उदय सिंह सहित स्थानीय लोग उपस्थित थे।