प्रवासी श्रमिक ही समझ सकते हैं रोटी का महत्व: आयुक्त
बाटम इंडियन रोटी बैंक के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए प्रमंडलीय आयुक्त गरीबों को भोजन
बाटम
इंडियन रोटी बैंक के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए प्रमंडलीय आयुक्त
गरीबों को भोजन कराने से मिलती है संतुष्टि, सेवा में लगी है संस्था
फोटो 02 डालपी 13
कैप्शन: नगर निगम के शाहपुर में कार्यक्रम में श्रमिक से बात करते आयुक्त
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : दो वक्त की रोटी की तलाश में पलायन करने वाले श्रामिक ही रोटी की उपयोगिता व कीमत कीमत समझ सकते हैं। इस कार्यक्रम का पिछले पांच वर्षों से आयोजन कर इंडियन रोटी बैंक ने भी अपनी उपयोगिता साबित की है। इसकी जितनी भी सराहना की जाए कम होगी। यह बातें पलामू प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कही है। वे बुधवार को शाहपुर स्थित विवेकानंद चौक पर आईआरबी की पलामू इकाई के आयोजित दो जून की रोटी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले आयुक्त ने दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा, खोमचा, ठेला चालकों व राहगीरों को सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए रोटी,हलवा भोजन कराते हुए कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आईआरबी के राज्य समन्वयक दीपक तिवारी ने बताया कि हर साल की तरह दो जून को इंडियन रोटी बैंक की देश के सभी 112 यूनिट विशेष भोजन मजदूरों, जरूरतमंदों व गरीबों को भोजन उपलब्ध कराती है। झारखंड में भी प्रदेश संरक्षक मंत्री मिथलेश ठाकुर के मार्गदर्शन में झारखंड के सभी यूनिट आपदा के दौर में सेवा कार्य संपादित कर रही है। मौके पर प्रदेश संरक्षक सोनू सिंह नामधारी ने कहा कि इंडियन रोटी बैंक से जुड़ने के बाद सेवा का अर्थ सार्थक नजर आ रहा है।मौके पर साहेब सिंह नामधारी, परवेज अख्तर, दिलीप गुप्ता, मनीष यादव, सुभाष कुमार, श्याम जी नामधारी, श्याम साहू सहित युवाओं ने अतुलनीय योगदान दिया।