दवाओं की किल्लत, रेगुलेटर व आक्सी मीटर भी बाजार से गायब

हेडिंग दो लाइन लीड----- आक्सीजन रेगुलेटर की किल्लत एमआरएमसीएच ने खड़े किए हाथ मरीजों

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 06:08 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 06:08 PM (IST)
दवाओं की किल्लत, रेगुलेटर व आक्सी मीटर भी बाजार से गायब
दवाओं की किल्लत, रेगुलेटर व आक्सी मीटर भी बाजार से गायब

हेडिंग दो लाइन

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आक्सीजन रेगुलेटर की किल्लत, एमआरएमसीएच ने खड़े किए हाथ, मरीजों को हो रही है परेशानी

बाजार में कोरोना संक्रमण के फायदे से जुड़ी दवाएं हुई महंगी, कई दुकानों में उपलब्ध नहीं

फोटो : 03 डालपी 04

कैप्शन : मेदिनीनगर के मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल स्थित जीएनएम कालेज कोविड केयर सेंटर में पूछताछ करते संक्रमितों के स्वजन।

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : कोरोना संक्रमितों को जीवनरक्षक आक्सीजन लेने के लिए रेगुलेटर और आक्सीजन का स्तर मापने के लिए आक्सी मीटर की जरूरत अहम है। लेकिन इन की मांग इतनी बढ़ गई है कि मिलना मुश्किल हो गया है। सरकारी अस्पतालों के अलावा बाजार से रेगुलेटर व आक्सी मीटर नदारद है। कुछ दुकान में नाम मात्र के उपलब्ध भी हैं तो वहां दो से तीन गुना ज्यादा कीमत लेकर बिक्री की जा रही है। आम मरीजों को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ रही है। करीब एक सप्ताह गुजरने के बावजूद पलामू में आक्सीजन रेगुलेटर की किल्लत दूर नहीं हुई। अब तो मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल में रेगुलेटर के मसले पर हाथ भी खड़े कर दिए हैं। प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में आक्सीजन रेगुलेटर उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में सीमित रेगुलेटर के सहारे मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है। काफी परेशानियों के बीच संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की कोशिश जारी है। अस्पताल का हाल है कि वहां पर्याप्त मात्रा में सिलेंडर व आक्सीजन तो उपलब्ध है, लेकिन रेगुलेटर की कमी के कारण भी कई सिलेंडर का उपयोग नहीं हो पा रहा है। इधर बाजार में कोरोना संक्रमण के फायदे से जुड़ी दवाएं महंगी हो गई हैं। कई दुकानों में तो दवाएं उपलब्ध ही नहीं हैं। शहर के करीब दर्जन भर दुकानों का जायजा लिया। अधिकांश दुकानों में फेबी फ्लू चार सौ, फेबी फ्लू दो सौ, डोक्सी वन, डोक्सी वन एलडीआर, डोक्सी डीटी, मुसीनेक छह सौ, लिमसी आदि दवाएं उपलब्ध नहीं थी। इसी तरह किसी भी कंपनी का पल्स ओक्सी मीटर भी नहीं मिला। बहरहाल, अंदाजा लगाएं कि आम मरीजों को रेगुलेटर, आक्सी मीटर या कोरोना से संबंधित दवाओं के लिए कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा।

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